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UNSC में भारत को ‘स्थाई सदस्यता’ दिए जाने के पक्ष में रूस, पुतिन का समर्थन  

UNSC में भारत को ‘स्थाई सदस्यता’ दिए जाने के पक्ष में रूस, पुतिन का समर्थन  

  • रूस की ओर से भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को सुरक्षा परिषद में अधिक प्रतिनिधित्व का हकदार बताया जाता रहा है।
  • सुरक्षा परिषद में फिलहाल 5 स्थाई सदस्य हैं, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस और चीन शामिल है।
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Vladimir Putin On UNSC Permanent Membership For India: एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की ‘स्थाई सदस्यता’ प्रदान करने के लिए खुलकर अपना समर्थन जाहिर किया है।

राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उन देशों को भी सदस्य बनने का अवसर दिया जाना चाहिए जो एक मजबूत आर्थिक विकास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। पुतिन के अनुसार, भारत को सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता मिलनी चाहिए, क्योंकि वह इसका हकदार है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार की आवश्यकता है।

यह तमाम बातें व्लादिमीर पुतिन ने रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में दौरान कही। इतना ही नहीं बल्कि इस दौरान पुतिन ने पश्चिमी देशों पर भी सीधा निशाना साधते हुए, कई सवाल खड़े किए।

पुतिन ने साधा पश्चिमी देशों पर निशाना

रूसी राष्ट्रपति की मानें तो पश्चिमी देशों ने हमेशा हर उस देश को दुश्मन के रूप में पेश किया है, जो आँख बंद कर उनके पीछे-पीछे चलना पसंद नहीं करते। पुतिन ये यहाँ तक कहा कि एक समय इन देशों ने भारत के साथ भी ऐसा ही कुछ करने की कोशिश की थी। पुतिन ने आगे कहा कि हम एशिया में हालातों को देख रहें हैं, और सब समझते हैं। सब पूरी तरह साफ है।

Vladimir Putin On UNSC Permanent Membership For India

राष्ट्रपति ने इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि

“भारतीय नेतृत्व मजबूत है और बिना किसी दबाव के अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ रहा है। ऐसे में पश्चिमी देशों की कोशिशों का कोई मतलब नहीं बनता है, लेकिन इसके बाद भी तमाम कोशिशें की जा रही हैं। अरब देशों को भी दुश्मन की तरह पेश करने का प्रयास किया जा रहा है।”

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यह पहली बार नहीं है जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थाई सदस्यता देने की वकालत करी हो। इसके पहले भी कई मौकों पर रूस की ओर से भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को सुरक्षा परिषद में अधिक प्रतिनिधित्व का हकदार बताया जाता रहा है।

क्या है UNSC की स्थाई सदस्यता का महत्व?

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद या UNSC दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित और शक्तिशाली अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में से एक है। इस संगठन में शामिल देशों को दो तरह की – स्थाई और अस्थाई – सदस्यता दी जाती है। सुरक्षा परिषद में फिलहाल 5 स्थाई सदस्य हैं, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस और चीन शामिल है।

साथ ही इसमें 10 अस्थाई सदस्य देश भी होते हैं, जो हर दो साल में बदल जाते हैं। बताते चलें भारत कई मौकों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य रह चुका है। लेकिन कई सालों से भारत को स्थाई सदस्यता दिए जाने की माँग तेज हुई है, जिसका कई अन्य देशों ने भी समर्थन किया है। स्थाई सदस्य होने का सबसे बड़ा फ़ायदा किसी निर्णय को लेते समय मिलने वाली ‘वीटो शक्ति’ से होता है।

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