Now Reading
गर्मियों की छुट्टी में भी सरकारी स्कूल के इन शिक्षकों को करना होगा काम: रिपोर्ट

गर्मियों की छुट्टी में भी सरकारी स्कूल के इन शिक्षकों को करना होगा काम: रिपोर्ट

  • बिहार के आईएएस अपर मुख्य सचिव केके पाठक का नया आदेश.
  • आदेश राज्य में 72 हजार से अधिक प्रायमरी और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को दिया गया.
bihar-government-teachers-teach-in-coaching-will-face-strict-action

Government school teachers will have to work during summer vacation: बिहार के अपर मुख्य सचिव केके पाठक आईएएस ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ठान ली है, जहा उनके शिक्षा विभाग के लिए फैसले मीडिया में चर्चा का विषय बन जाते है वही दूसरी ओर बिहार के स्कूली शिक्षकों की काम और परेशानी बढ़ जाती है, जैसा की स्थानीय शिक्षकों के द्वारा दबी जुबान में कहा जाता हैं।

आईएएस केके पाठक ने पूर्व में शिक्षको के लिए छुटि्टयां कम की, स्कूलों का समय बदला, अब निकलकर आई नई जानकारी के अनुसार उन्होंने शिक्षकों को दो नए काम सौंप दिए हैं, जिससे उन्हें गर्मी की छुट्‌टी के दौरान भी काम करना पड़ेगा।

Government school teachers will have to work during summer vacation

दरअसल शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए नामांकन और पढ़ाई करने का अभियान शुरू कराया गया है, इस दौरान राज्य के शिक्षकों को जून माह तक घर घर जाकर ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कहा गया है, जो हाल के समय में किन्ही कारणों से स्कूल नहीं आ रहे हैं या पढ़ाई छोड़ चुके हैं, यह आदेश राज्य में 72 हजार से अधिक प्रायमरी और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को दिया गया है। इसकी मॉनिटरिंग का जिम्मा राज्य में प्रत्येक जिला अधिकारी को सौंपा गया हैं।

गर्मी की छुट्टी में चलेंगी विशेष कक्षाएं

आईएएस केके पाठक ने राज्य के शिक्षकों को पहले ही 5 वी और 8 वी कक्षाओं में फेल या पढ़ाई में कमज़ोर छात्रों के लिए स्पेशल क्लास लगाने के आदेश दिए हुए है। इस दौरान भी राज्य के शिक्षकों को स्कुलों में अपनी सेवाओं को देना होगा। आपको बता दे , राज्य में 1 अप्रैल से ही नया शैक्षणिक सत्र 2024-25 चालू किया जा चुका है। इसके साथ ही स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने का जिम्मा भी शिक्षकों के ऊपर दिया गया है।

See Also
bihar-politics-nitish-kumar-tejashwi-yadav

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

इसके इतर शिक्षकों ने इस फैसले के बाद से दबी जुबान में केके पाठक के फैसले को लेकर आलोचना शुरू कर दी है, कई शिक्षकों का कहना है कि केके पाठक के आने के बाद से उनका स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है। महिला शिक्षकों को भी छुटि्टयां नहीं मिल पा रही हैं, कैलेंडर में जो छुट्टी होती भी है, उससे एक-दो दिन पहले कोई नया आदेश आ जाता है।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.