संपादक, न्यूज़NORTH
Uber Flex Service In India For Flexible Pricing: दिग्गज कैब सर्विस सेवा प्रदता उबर (Uber) ने भारत में उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी राहत पेश की है। सामने आ रही जानकारी के मुताबिक कंपनी ने भारत के एक दर्जन से अधिक शहरों में Uber Flex नामक फीचर की टेस्टिंग शुरू की है, जिसकी मदद से उपयोगकर्ताओं को अपने हिसाब से कैब का किराया तय करने की सहूलियत मिलती है।
जी हाँ! पिछले साल लॉन्च किए गए इस फीचर को अब भारत के तमाम शहरों में परखा जा रहा है, जिसका मुख्य मकसद ग्राहकों यानी (यात्रियों) को ‘मूल्य निर्धारण’ पर अधिक नियंत्रण प्रदान करना है। इसका खुलासा टेकक्रंच की एक हालिया रिपोर्ट में किया गया है।
जानकारों के अनुसार, इस कदम के जरिए Uber भारत में अपने उपयोगकर्ता आधार का विस्तार का लक्ष्य लेकर चल रहा है, क्योंकि भारत को ‘कीमतों के प्रति संवेदनशील बाजारों में गिना जाता रहा है। ऐसे में कंपनी यात्रियों को खुद किराया तय कर सकने की सुविधा प्रदान करते हुए, अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करना चाहती है।
Uber Flex In India
आइए समझते हैं कि Uber Flex सर्विस भारत में काम कैसे करती है? उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, कीमत तय करने की यह नई सुविधा, Uber प्लेटफार्म पर मौजूद पारंपरिक मूल्य निर्धारण मॉडल के काफी अलग है। फिलहाल Uber में कैब की कीमतें आपूर्ति, मांग और यातायात के आधार पर बढ़ती-घटती रहती हैं।
लेकिन Uber Flex के साथ यात्रियों को कैब बुकिंग के दौरान कीमतों के नौ विकल्प पेश किए जाते हैं, जिनमें से वह अपनी पसंद के आधार पर किराए की बोली लगा सकते हैं। मतलब उन 9 विकल्पों में से राइडर्स एक किराया चुन सकते हैं।
इसके बाद यात्रियों को द्वारा तय मार्ग के लिए चुने गए किराए को आस-पास के Uber ड्राइवर पार्टनर्स के साथ साझा किया जाता है, जो प्रस्तावित किराए के आधार पर ‘राइड रिक्वेस्ट’ को स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं। शुरुआत में इस सुविधा को ‘कैब’ (कारों) के लिए शुरू किया गया था लेकिन बाद में इसे ‘ऑटो-रिक्शा’ बुकिंग में भी लागू कर दिया गया है।
- राइड बुकिंग के दौरान नजर आएँगे किराए के 9 विकल्प
- मैन्युअल रूप से यात्री नहीं बल्कि Uber देगा कीमतों के विकल्प
- यात्री अपनी पसंद के अनुसार कोई एक किराया चुन सकेंगे
- तय मार्ग और चुने हुए किराए को आसपास के ड्राइवर्स के साझा किया जाएगा
- Uber ड्राइवर्स के पास ‘राइड’ स्वीकार या अस्वीकार का विकल्प होगा
यह भारत में Uber के प्रतिस्पर्धियों में से एक inDrive द्वारा मैन्युअल रूप से किराया इनपुट कर सकने वाली सुविधा से अलग है। Uber के इस फीचर के तहत उबर राइडर्स को फ्लेक्स-प्राइसिंग मोड में मैन्युअल रूप किराया दर्ज करने का विकल्प नहीं मिलता है, बल्कि कंपनी खुद की ओर से सबसे किफायती किरायों के 9 विकल्प पेश करती है।
इस बात में कोई शक नहीं है कि अगर भारत में कैब की कीमतों को लेकर Uber द्वारा किया जा रहा यह परीक्षण सफल साबित होता है तो देश में कंपनी के प्रतिद्वंद्वी राइड-हेलिंग प्लेटफार्मों जैसे Ola और inDrive आदि के लिए चुनौतियाँ बढ़ जाएगी।
इन शहरों में हो रही टेस्टिंग
रिपोर्ट की मानें तो Uber फिलहाल भारत के कुछ चुनिंदा टियर 2 और टियर 3 शहरों में ‘Flex’ सर्विस का परीक्षण कर रहा है। इसके अलावा कंपनी द्वारा लेबनान, केन्या और लैटिन अमेरिका जैसे अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों में भी इस फीचर की टेस्टिंग की खबर सामने आई है।