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एआई-आधारित टीचिंग असिस्टेंट प्लेटफ़ॉर्म ByteLearn ने हासिल किया क़रीब ₹72 करोड़ का निवेश

एआई-आधारित टीचिंग असिस्टेंट प्लेटफ़ॉर्म ByteLearn ने हासिल किया क़रीब ₹72 करोड़ का निवेश

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ByteLearn Funding News: देश में एड-टेक क्षेत्र से जुड़े स्टार्टअप्स बीते कुछ सालों में निवेशकों को काफ़ी आकर्षित करते नज़र आए हैं और अभी भी ये सिलसिला जारी है।

इसी कड़ी में अब एआई-आधारित टीचिंग असिस्टेंट स्टार्टअप ByteLearn ने अब अपने सीड फ़ंडिंग राउंड (निवेश दौर) में $9.5 मिलियन (लगभग ₹72 करोड़) हासिल किए हैं। और इसी के साथ भी अब ये स्टार्टअप Early-Access के लिए ओपन हो गया है, जिसकी पुष्टि कंपनी की वेबसाइट पर की गई है।

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कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व 9Unicorns, Chiratae Ventures और Leo Capital ने किया। वहीं दौर में शामिल अन्य निवेशकों में Venture Catalysts, Goodwater Capital, Earlsfield Capital, Kettleborough VC, PitchRight Ventures, AdvantEdge VC आदि का नाम भी शुमार रहा।

साथ ही कुछ एंजल निवेशकों ने भी इस दौर में ByteLearn के इस सीड फ़ंडिंग राउंड में अपनी भागीदारी दर्ज करवाई है।

ByteLearn raises $9.5 Mn in seed round

आपको याद होगा कि फरवरी 2021 में, एडटेक स्टार्टअप वेदांतु (Vedantu) ने टेस्ट की तैयारी और कक्षा 12 तक के ट्यूटरिंग वर्टिकल को बढ़ावा देने के लिए डाउट साल्विंग प्लेटफॉर्म InstaSolv का अधिग्रहण किया था।

इसके बाद ही InstaSolv के दो संस्थापकों, आदित्य सिंघल और निशांत सिन्हा ने कंपनी का साथ छोड़ते हुए ByteLearn के रूप में एक नई शुरुआत की।

ByteLearn

जून 2021 में आदित्य सिंघल (Aditya Singhal) और निशांत सिन्हा (Nishant Sinha) द्वारा शुरू किए गए ByteLearn की संस्थापक टीम में अंकुर नारंग (Ankur Narang) और हरि शंकर (Hari Sankar) भी शामिल हैं। साथ ही इस टीम में कित्त हिरासाकी (Kitt Hirasaki) और चारुता जोशी (Charuta Joshi) का नाम भी जुड़ चुका है।

ByteLearn असल में एक एआई संचालित टीचिंग असिस्टेंट स्टार्टअप के रूप में देखा जा सकता है जो ट्यूटर्स का मार्गदर्शन करता है और छात्रों को एक फिजिकल टीचर से अलग ग्रेड्स प्रदान करता है।

एक शिक्षक के मोर्चे पर ByteLearn उन्हें अपने एआई संचालित प्लेटफॉर्म पर टेस्ट, क्विज़ और होमवर्क बनाने में मदद करते हुए उनका क़रीब 40% तक समय बचाने का दावा करता है। फ़िलहाल ये स्टार्टअप सिर्फ़ गणितीय कॉन्सेप्ट को लेकर कार्य कर रहा है।

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वैसे इस प्राप्त पूँजी का इस्तेमाल कंपनी अपने प्रोडक्ट के विकास, वैश्विक रूप से भौगोलिक विस्तार और तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने के मक़सद से करती नज़र आएगी। असल में कंपनी की योजना अमेरिका और भारत दोनों जगहों में अपनी टीम तैयार करने की है।

कंपनी के सह-संस्थापक, निशांत सिन्हा के अनुसार;

“ByteLearn शिक्षकों द्वारा गणित पढ़ाए जाने और छात्रों द्वारा सीखने के तरीके को एक नया स्वरूप देने जा रहा है। छात्रों के समझ के स्तर के अनुसार, उस प्रक्रिया को मज़ेदार और इंटरैक्टिव बनाया जा रहा है।”

“साथ ही अनुकूलित समाधानों के साथ चरण-दर-चरण एआई ट्यूटर के दृष्टिकोण का उद्देश्य शिक्षकों के पढ़ाने और बच्चों के गणित सीखने के तरीके को बदलने का है।”

इतना ही नहीं बल्कि प्लेटफ़ॉर्म पर कॉन्सेप्ट लर्निंग मॉडल छात्रों के कौशल का एक नॉलेज ग्राफ भी बनाता है और ग्रेड या कठिनाई स्तरों को बताते हुए इसका विश्लेषण करता है।

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