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ई-बाइक स्टार्टअप Gear Head Motors ने हासिल किया ₹6 करोड़ का निवेश

ई-बाइक स्टार्टअप Gear Head Motors ने हासिल किया ₹6 करोड़ का निवेश

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Startup Funding – Gear Head Motors: आने वाला दौर इलेक्ट्रिक वाहनों का है, और यह बात अब कंपनियों के साथ ही साथ निवेशकों को भी समझ आने लगी हैं। शायद यही वजह है कि मौजूदा ‘फंडिंग विंटर’ के हालातों में भी इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र से जुड़े कई स्टार्टअप्स निवेश हासिल करने में कामयाब नजर आ रहे हैं।

इसी क्रम में अब डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर ई-बाइक स्टार्टअप GearHead Motors ने अपने प्री-सीड फंडिंग राउंड में ₹6 करोड़ का निवेश हासिल किया है।

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कंपनी के लिए इस निवेश दौर का नेतृत्व Collabera USA के डायरेक्टर हेमिन शाह (Hemin Shah) और Skillbanc USA के डायरेक्टर, सुधाकर मोपार्थी (Sudhakar Moparthy) ने किया।

कंपनी के मुताबिक, प्राप्त की गई इस धनराशि का इस्तेमाल देश भर में संचालन का विस्तार करनें में किया जाएगा, जिससे कंपनी अपनी हाई-क्वॉलिटी इलेक्ट्रिक बाइकों के साथ भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास की रफ्तार को और गति देने में मदद कर सके।

वर्तमान समय में जलवायु जागरूकता बढ़ रही है। इस विषय पर आज दुनिया भर की सरकारें और उनके प्रतिनिधि वैश्विक मंचो पर गंभीरता से चर्चा करते नजर आते हैं। ऐसे में अब लोगों ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर तेजी से रूख करना शुरू कर दिया है।

Gear Head Motors की शुरुआत साल 2020 में निखिल गुंडा (Nikhil Gunda) और मेहर साई (Meher Sai) ने मिलकर की थी। इस स्टार्टअप का मकसद इलेक्ट्रिक वाहनों की वैश्विक आपूर्ति और भारतीय ग्राहकों की जरूरतों के बीच की खाई को पाटने का है।

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कंपनी के दावे के मुताबिक, उनका हर एक उत्पाद पूरी तरह से भारत में बना यानी एक ‘मेड-इन-इंडिया’ प्रोडक्ट है, जो जलवायु के लिहाज से भी अनुकूल है। अब तक कंपनी लगभग 8000 ट्राइसाइकिल और 5000 से अधिक ई-बाइकों की डिलीवरी कर चुकी है।

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इस नए निवेश को लेकर GearHead Motors के सह-संस्थापक, निखिल ने कहा;

“फिलहाल तमाम विदेशी कंपनियाँ अपने बहुत बेहतर ना कहे जा सकने वाले अपने उत्पादों भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में बेचने की कोशिश कर रहीं हैं। जाहिर है ये आयात होने वाले उत्पाद अक्सर भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप नहीं होते हैं, और इसलिए बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में कमी देखने को मिल रही है।”

“इसलिए हम ऐसे प्रोडक्ट्स लेकर आए हैं, जो किफायती और पूरी तरह से स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप हैं। मेक इन इंडिया पहल की मदद से हम न सिर्फ देश के लिए बल्कि वैश्विक बाज़ारों के लिए भी एक स्थायी विकल्प पेश कर सकेंगे। एक भारतीय ग्राहक की जरूरतों के साथ तालमेल बिठाना बतौर ब्रांड हमारे लिए एक अहम हिस्सा रहा है।”

आपको बताते चलें कि ई-बाइकों का बाजार तेजी से व्यापक रूप ले रहा है और एक अनुमान के मुताबिक, साल 2027 तक यह $80.6 बिलियन के आँकड़े को भी पार कर सकता है।

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