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साल 2024 से बढ़ रही बिजली की दरें, इस राज्य में उपभोक्ताओं को लगेगा झटका?

साल 2024 से बढ़ रही बिजली की दरें, इस राज्य में उपभोक्ताओं को लगेगा झटका?

  • उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट के लिए नए नियम जारी किए हैं।
  • राज्य में फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट लागू होने के बाद से बिजली दरों में वृद्धि ही देखने को मिली है.
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Electricity rates increasing from 2024: उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ताओं को एक बार फिर से बिजली बिला का झटका लग सकता है, ये झटका बिजली विभाग की तरफ से नए साल में उपभोक्ताओं को बढ़ी हुई दरों के कारण लगने वाला है।

दरअसल जानकारी के अनुसार उत्तराखंड सरकार का ऊर्जा निगम नए साल से बिजली की दरों को बढ़ाने का फैसला लेने वाला है, प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम जनवरी से बिजली दरों में 23 पैसे से लेकर 55 पैसे यूनिट बिजली दरों में वृद्धि करने जा रहा है।

Electricity rates increasing from 2024: राज्य में फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट हुआ लागू

दरअसल राज्य में उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट के लिए नए नियम जारी किए हैं। जिसके तहत यूपीसीएल (UPCl) जब बाजार से महंगी बिजली खरीदेगा तो उस महीने के बिल में उसका असर दिखाई देगा।

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इसी के तहत राज्य में उपभोक्ताओं को महंगी बिजली दरों के बिल आ सकते है, इसी नियम का पालन करते हुए दिसंबर महीने की बिजली दरें निर्धारित की गई है, जिसमें बीपीएल हितग्राही के लिए 15 पैसे, सरकारी संस्थानों के लिए 52 पैसे, घरेलू उपभोक्ता को 38 पैसे, गैर घरेलू उपभोक्ता के लिए 55 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है।

इसके साथ ही कृषि कार्य वाले उपभोक्ताओं के लिए 23 पैसा, निजी ट्यूबबेल के लिए 16 पैसा यूनिट अतिरिक्त भुगतान करना होंगा। रेलवे को 48 पैसे, मिक्सड लोड कनेक्शन 49 पैसे, कारखानों उद्योगों को 51 पैसा इलेक्टिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन के लिए 45 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि तय की गई हैं।

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आपको बता दे, राज्य में केंद्र सरकार के उसी नियम के तहत कार्य किया जा रहा है,जिसमें केंद्र ने कहा था, महंगी बिजली की राशि लोगों से उसी माह से लेने की व्यवस्था की जाए, ताकि बाजार से बिजली उधार में न लेनी पड़े।

गौरतलब है, अब राज्य सरकार इसी क्रम का पालन करते हुए बाजार से खरीदी गई बिजली की रकम का खर्च उसी माह के बिजली दरों में समायोजित कर रही है। राज्य में फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट लागू होने के बाद से बिजली दरों में वृद्धि ही देखने को मिली है, सिर्फ़ नवंबर माह में कुछ राहत प्राप्त हुई थी।

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