संपादक, न्यूज़NORTH
“India Stands Firmly With Israel”- PM Modi After Call With Netanyahu: इजरायल और फिलिस्तीन संबंधित आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहा युद्ध चौथे दिन (10 अक्टूबर) भी जारी है। और अब अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप समेत अरब देशों की ओर से भी युद्ध को लेकर प्रतिक्रियाएँ सामने आने लगी हैं। इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की है।
इसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री मोदी की ओर से X (Twitter) पर किए गए एक पोस्ट में दी गई। पीएम मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा;
“फोन करके इजरायल की वर्तमान स्थिति से अवगत करवाने के लिए मैं इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को धन्यवाद देता हूँ। भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत आतंकवाद के सभी स्वरूपों की कड़ी निंदा करता है।”
I thank Prime Minister @netanyahu for his phone call and providing an update on the ongoing situation. People of India stand firmly with Israel in this difficult hour. India strongly and unequivocally condemns terrorism in all its forms and manifestations.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2023
पहले ही सोशल मीडिया पर #IndiaStandsWithIsrael जैसे हैशटैग ट्रेंड होते देखे जा रहे हैं। और अब आधिकारिक रूप से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इजराइल के साथ एकजुटता व्यक्त करना, भारत-इजराइल के मजबूत रिश्तें को और बल देगा। इसके पहले भी प्रधानमंत्री मोदी इजरायल पर हुए आतंकवादी हमलों की निंदा कर चुके हैं।
सऊदी अरब ने कहा – “हम फिलिस्तीन के साथ”
जाहिर है इजरायल और हमास के बीच युद्ध के चलते दुनिया भर की निगाहें ‘अरब देशों’ की ओर हो गई हैं। ऐसे में बीच सऊदी अरब ने एक बड़ा बयान जारी करते हुए, फिलिस्तीन के साथ खड़े रहने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी बातचीत की है। इस बातचीत के दौरान मोहम्मद बिन सलमान ने फिलिस्तीन के लोगों के वैध अधिकारों, न्याय व स्थायी शांति के पक्ष में खड़े रहने का आश्वासन दिया।
ईरानी लीडर ने किया इजरायल पर हुए हमले का समर्थन
इजरायल और हमास के युद्ध के बीच, ईरान के शीर्ष नेताओं में गिने जाने वाले अयातुल्ला अली खामेनेई ने मंगलवार टीवी प्रसारण के दौरान कहा,
“हम उन लोगों के हाथों को चूमते हैं, जिन्होंने जिओनवादी शासन पर हमले की योजना बनाई।”
साथ ही खामेनेई ने यह भी कहा कि जिस तरह इजराइल पर हमास द्वारा किए हमलों के पीछे ईरान को जोड़कर देखा जा रहा है, वह गलत हैं। बता दें इसके पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इजरायल पर हुए हमलों की सराहना करते हुए इसे “गौरवपूर्ण ऑपरेशन” व “बड़ी जीत” करार दिया था। ईरान के राष्ट्रपति ने इसे जिहाद और अल्लाह के मार्ग पर चलने वाले लड़ाकों की जीत बताया। उन्होंने कहा था कि हमें फलस्तीनी नागरिकों को बधाई देनी चाहिए।
रुस ने दी प्रतिक्रिया
रुस की ओर से दिमित्री पेसकोव का बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इजरायल-फलस्तीन के बीच बनी मौजूदा स्थिति का जल्द से जल्द शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए, क्योंकि हिंसा ऐसे ही जारी रही तो संघर्ष और बढ़ सकता है।
इतना ही नहीं बल्कि रूस ने अमेरिका की ओर से इजरायल को दिए जा रहे समर्थन को ‘विनाशकारी’ बताया है। रूस के विदेश मंत्री के मुताबिक, पश्चिमी देश इजरायल पर हुए हमले की निंदा तो करते हैं लेकिन फलस्तीन की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। खासकर अमेरिका को निशाना बनाते हुए, उन्होंने कहा कि अमेरिका मध्यस्थता की आड़ में समाधान के प्रयासों को और मुश्किल बना रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री ने भी जताई चिंता
इजरायल पर हमास द्वारा किए गए हमले को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पहले ही ‘आतंकवादी हमला’ करार दे चुके हैं। उन्होंने बंधक बनाए गए लोगों की तत्काल रिहाई करने की भी माँग की है। साथ ही हमलों में समर्थन में किए जा रहे प्रदर्शनों पर भी चेतावनी दी है।