संपादक, न्यूज़NORTH
Omidyar Network To Shut Operations In India: भारत के स्टार्टअप और निवेश जगत से एक बड़ी अपडेट सामने आ रही है। खबरों के मुताबिक, दिग्गज निवेश कंपनी, ओमिडयार नेटवर्क (Omidyar Network) भारत में अपना संचालन बंद करने जा रहा है। भारत के कुछ नामी स्टार्टअप्स जैसे ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी – 1MG, दो-पहिया मोबिलिटी कंपनी – Bounce, एसएमई फाइनेसिंग कंपनी – Indifi आदि में प्रमुख निवेशकों के रूप में शामिल रहने वाली ये कंपनी अब आगे से देश में कोई नया निवेश नहीं करेगी।
अपने डुअल-चेकबुक इन्वेस्टमेंट मॉडल के लिए मशहूर ओमिडयार नेटवर्क इंडिया ने लगभग एक दशक के संचालन के बाद भारतीय बाजार को अलविदा कहने का फैसला किया है। इसकी जानकारी TechCrunch की एक हालिया रिपोर्ट में मामले के जानकार सूत्रों के हवाले से सामने आई है।
Omidyar Network India To Exit Market
सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, eBay के संस्थापक पियरे ओमिडयार (Pierre Omidyar) और पाम ओमिडयार द्वारा समर्थित Omidyar Group की भारतीय इकाई अब तक प्रतिबद्ध फॉलो-ऑन फंदिंग राउंड्स को पूरा कर सकती है। लेकिन भविष्य में कंपनी देश के भीतर किसी भी प्रकार का कोई निवेश करती नहीं नजर आएगी।
दिलचस्प यह है कि साल 2019 में ही ओमिडयार नेटवर्क इंडिया को एक स्वायत्त निवेश सलाहकार फर्म के रूप में अपनी मूल कंपनी (पैरेंट फर्म) से अलग कर दिया गया था। तब से यह कंपनी अलग निवेश टीम और भारत केंद्रित निवेश पर फोकस करती आ रही थी।
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कंपनी के एक आंतरिक ब्लॉगपोस्ट के मुताबिक, ओमिडयार नेटवर्क इंडिया के एक बयान में कहा;
“पिछले एक दशक में ओमिडयार नेटवर्क इंडिया ने देश के भीतर प्रभावशाली निवेश क्षेत्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाई है, खासकर Next Half Billion पर केंद्रित किया है। हमें इस क्षेत्र में किए गए अपने काम पर गर्व है, जो अब स्थानीय उद्यम से व्यापक पूंजी को आकर्षित कर रहा है। इस प्राथमिक उद्देश्य को प्राप्त करने के बाद, ओमिडयार नेटवर्क इंडिया भारत में कोई और निवेश नहीं करेगा।”
ओमिडयार ग्रुप ने भारत में अपनी शुरुआत साल 2010 में की थी, और इसने अब तक $500 मिलियन से अधिक का निवेश किया है। इसमें लगभग $150 मिलियन गैर-लाभकारी निवेश भी शामिल है। इस अवधि के दौरान कंपनी ने अपने लाभ-आधारित निवेशों से $250 मिलियन का रिटर्न दर्ज किया।
क्या है वजह?
आंतरिक ब्लॉग पोस्ट के अनुसार,
“यह निर्णय महत्वपूर्ण बदलाव और आर्थिक परिदृश्य में वृद्धि से प्रेरित रहा, जिसे भारत स्थित टीम ने 2010 में पहली बार वहाँ (भारत) किए निवेश के बाद से अनुभव किया है। आज, वहां (भारत में) तमाम तरीके के निवेशकों की संख्या में व्यापक वृद्धि हुई है। कई फंड अब अपनी निवेश रणनीति के हिस्से के रूप में मध्यम और निम्न-मध्यम पूँजी निवेशों पर ध्यान केंद्रित कर रहें हैं।”