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Oye Rickshaw ने Alteria Capital से हासिल की ₹24 करोड़ की फ़ंडिंग; बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का करेगा विस्तार

Oye Rickshaw ने Alteria Capital से हासिल की ₹24 करोड़ की फ़ंडिंग; बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का करेगा विस्तार

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गुरुग्राम आधारित इलेक्ट्रिक रिक्शा एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म Oye Rickshaw ने नई फ़ंडिंग के तौर पर Alteria Capital से ₹24 करोड़ हासिल किए हैं। स्टार्टअप के मुताबिक़ वह इस फ़ंड का इस्तेमाल दिल्ली-एनसीआर और पांच अन्य शहरों में अपने स्मार्ट लिथियम आयन बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों की संख्या को इस साल के अंत तक 15 से बढ़ाकर 650 तक करने में करेगा।

आपको बता दें इस नए निवेश के साथ ही Oye Rickshaw ने अब तक कुल ₹84 करोड़ की फ़ंडिंग हासिल कर ली है।

Oye Rickshaw के निवेशकों में ये भी हैं शामिल

असल में इसके पहले Oye Rickshaw ने Chiratae Ventures, Matrix Partners, Xiaomi और Pawan Munjal Group से क़रीब ₹60 करोड़ का फ़ंड हासिल किया था।

बता दें इस स्टार्टअप को साल 2017 में मोहित शर्मा और आकाश दीप द्वारा शुरू किया गया था, जो यूज़र्स को ऐप-आधारित ई-रिक्शा बुकिंग सेवा प्रदान करता है।

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Credit: oyerickshaw.com

इसका बिजनेस मॉडल असल में इलेक्ट्रिक रिक्शा मालिकों और दैनिक यात्रियों को जोड़ने पर आधारित है। ख़ासकर ये ऐसे यूज़र्स को सेवाएँ प्रदान करता है, जो रेगुलर तौर पर अपने ऑफ़िस आदि जगह जाने के लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल करते हैं।

दिसंबर 2018 से Oye Rickshaw ने लगाई छलांग

असल में Oye Rickshaw ने पूरी तरह अपना संचालन दिसंबर 2018 में Matrix Partners से क़रीब ₹7 करोड़ से अधिक का फ़ंड हासिल करने के बाद शुरू कर दिया था। कंपनी का दावा है कि इसने ऑपरेशन शुरू करने के एक साल के भीतर ही 20 लाख से अधिक सवारी दर्ज की थीं।

ज़ाहिर सी बात है, इस नए फंडिंग राउंड के बाद कंपनी को भारत के कई शहरों में अपनी पहुँच बढ़ाने में मदद मिलेगी।

इस बीच Oye Rickshaw के संस्थापक मोहित शर्मा ने पीटीआई के साथ बातचीत में कहा;

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“फ़िलहाल हमारे पास हर महीनें क़रीब ₹15 लाख का ऑपरेशनल राजस्व है।”

“लेकिन कुल 650 स्वैपिंग स्टेशनों को स्थापित करने के बाद हम इस आँकड़े को हर महीने के ₹5 करोड़ तक ले जाने की उम्मीद कर रहे हैं। इसके साथ ही हम अपनी कमाई के ज़रिए ही भविष्य के विस्तार का रास्ता तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।”

इस बीच स्टार्टअप ने यह भी अनुमान लगाया है कि भारत में ई-रिक्शा बैटरी स्वैपिंग बाजार 2025 तक ₹29,000 करोड़ तक पहुँच जाएगा और कंपनी तब तक इस क्षेत्र में ख़ुद के एक प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर स्थापित करने की उम्मीद कर रही है।

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