Know the reason for Nautapa: 25 मई से देशभर में नौतपा की शुरुआत हो गई है, जिसकी वजह से 25 मई से उसके आगे आने वाले 9 दिनों तक देश में बहुत अधिक गर्मी पड़ने वाली है। नौतपा आमतौर पर मई के अंत और जून की शुरुआत में पड़ता है और इसे गर्मी के सबसे तपते दिनों में से एक माना जाता है, नौतपा नौ दिनों की वह अवधि है जब गर्मी अपने चरम पर होती है।
हीट वेव या लू वाले दिन
नौतपा की शुरुआत होते ही सूरज आग उगलने लगता है, जिस वजह से गर्मी अपने चरम स्तर तक पहुंच जाती है। मौसम विभाग और वैज्ञानिक इसे हीट वेव या लू वाले दिन भी कहते हैं। इस दौरान लोगों से अतरिक्त सावधानी बरते जानें की बात कही जाती है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य को कोई हानि न पहुंचे। नौतपा के दौरान जानकारों और स्वास्थ्य विभाग की ओर से आम लोगों के लिए सलाह जारी की जाती है कि वह सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच घर से बाहर न निकलें, ख़ासकर बच्चे और बुजुर्गो के लिए सख्त हिदायत रहती है।
Know the reason for Nautapa
- खाने में हल्का आहार ले, जिससे की शरीर में कोई परेशानी उत्पन न हो.
- सूती हल्के और होजरी के कपड़ो को इस दौरान पहना जाना चाहिए.
- शरीर को डीहाइड्रेशन से बचाने के लिए खूब पानी पिएं जाने की सलाह दी जाती है, साथ ही मौसमी फलों को खाने से स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है.
- धूप में निकलने से पूरी तरह मनाही रहती है, यदि किसी कारणवश धूप में निकलना ही पड़े तो शरीर को ढककर, छाता, चश्मा , सन स्क्रीन का उपयोग करने की सलाह जानकर डेट है.
क्यों पड़ता है, नोतपा?
नौतपा भारतीय ज्योतिष के अनुसार एक महत्वपूर्ण अवधि होती है, यह वह समय होता है जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है और नौ दिनों तक वहां रहता है। इस अवधि को नौतपा कहते है, नौतपा आमतौर पर मई के अंत और जून की शुरुआत में पड़ता है। इसे लेकर भारत में किसानों की एक मान्यता है, कि जितनी अधिक नौतपा में गर्मी पड़ती है उतनी ही अच्छा बारिश का मौसम रहता है। जिससे की किसानों को अपनी फसलों के लिए उपयुक्त पानी मिल जाता है।
नौतपा की इस परिभाषा को विज्ञान पूरी तरह खारिज नही करता, मगर इन बातों में विश्वास भी नही करता वैज्ञानिकों के मतानुसार, नौ दिन तेज गर्मी पड़ने या फिर नौतपा की कोई विशेष जानकारी मौजूद नही है क्योंकि इसको लेकर कोई शोध अब तक हुआ नही है।
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हालांकि, यह बात सच है कि सूर्य की स्थिति बदलने के चलते हर साल मई के आखिर और जून के पहले हफ्ते में गर्मी ज्यादा पड़ती है इस दौरान सूर्य मध्य भारत के ऊपर आ जाता है और किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं, जिससे गर्मी ज्यादा पड़ती है. लेकिन, ये सिर्फ 9 दिन तक ही नहीं, बल्कि थोड़े ज्यादा टाइम तक ऐसा होता है। बारिश ज्यादा होने वाली बात को इसे जोड़े जाने से भी विज्ञान इत्तेफाक नहीं रखता।