“Rohit vemula is not from Dalit caste” Police report: रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में पुलिस ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर दी है, कोर्ट में सौंपी गई रिपोर्ट में हैदराबाद विश्विद्यालय के छात्र रहें रोहित वेमुला की आत्महत्या को लेकर जो बात कही गई है, उसे लेकर रोहित वेमुला के परिवारवालों ने आपत्ति जताई है, और पुलिस क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ़ कानूनी रूप से चुनौती देने की बात कही है।
क्या है क्लोजर रिपोर्ट में?
स्थानीय कोर्ट के समक्ष पेश पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट में रोहित वेमुला की आत्महत्या मामले को लेकर कहा गया है कि, रोहित वेमुला दलित नही थे और उन्होंने अपनी जाति का खुलासा होने के डर के चलते आत्महत्या कर ली, जिसे लेकर रोहित के परिवार के सदस्यों में से एक उनके भाई राजा वेमूला ने दावा किया है कि, जिलाधिकारी ने परिवार के अनुसूचित जाति से होने का कोई फैसला नहीं लिया है।
Rohith Vemula death case | "As some doubts have been expressed by the mother and others of the deceased Rohith Vemula on the investigation conducted, it has been decided to conduct further investigation into the case. A petition will be filed in the Court concerned requesting the…
— ANI (@ANI) May 4, 2024
आरोपियों को क्लीन चिट
रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में बनाए गए सभी आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है, जिसकी वजह सबूतों का अभाव बताया जा रहा है। वेमुला की आत्महत्या की वजह जो पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट में बताया गया है, उसमें रोहित के परिवार के संदेह व्यक्त करने के संबंध में तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक रवि गुप्ता ने कहा कि सबंधित अदालत में एक याचिका दायर की जायेगी और न्यायधीश से आगे की जांच की अनुमति देने का अनुरोध (“Rohit vemula is not from Dalit caste” Police report) किया जायेगा।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
रोहित वेमुला ने 2016 में आत्महत्या कर ली थी जो देश में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था, कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने इसके लिए केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया था, वही दूसरी ओर उस समय की मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने घटनाक्रम को एक जातिगत लड़ाई के तौर में पेश करने के कथित प्रयास की आलोचना की थी, रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में हैदराबाद विश्विद्यालय के तत्कालीन कुलपति सहित भाजपा नेताओं को आरोपी बनाया गया था।