Indians taken to war by Russia: रूस और यूक्रेन जंग को शुरू हुए अब तक 24 महीने से अधिक बीत चुका है। इस दौरान दोनों ही देशों की सेना अपनी स्थिति युद्ध में बेहतर बताते आ रही है। इन दोनों देशों के बीच युद्ध को लेकर कुछ भारतीय नागरिकों की खबरे समाने निकलकर आई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रूस में कुछ भारतीय नागरिकों को जबरन सेना में भर्ती करके यूक्रेन के खिलाफ़ युद्ध लड़वाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में कुछ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है, जहां 7 के आसपास नागरिकों ने सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट करके भारत के प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगाई है।
सोशल मीडिया में 7 से ज्यादा भारतीयों के दल ने दो वीडियो जारी किया है और बताया किस तरह से उन्हें रूस में प्रताड़ित किया जा रहा है और जंग के मैदान में जबरन भेजा जा रहा है। इन भारतीयों की पहचान गगनदीप सिंह, लवप्रीत सिंह, नरैन सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, हर्ष कुमार और अभिषेक कुमार के रूप में हुई है।
23-year-old man who said he is from #Gurdaspur #Punjab #GagandeepSingh called @ndtv @ndtvindia to appeal to @MEAIndia @states_mea @DrSJaishankar to help them return to India; says 7 of them who met in Russia may be deployed any time, without any training, to fight war in #Ukraine pic.twitter.com/re6eFuyY1v
— Uma Sudhir (@umasudhir) March 4, 2024
रूस घूमने गए थे भारतीय नागरिक
रूस में युद्ध के लिए जबरन सेना में भर्ती करें गए लोगों ने बताया कि वह रूस घूमने के उद्देश्य से गए हुए थे। इस दौरान एक रूसी एजेंट ने बहुत जगह उन्हे घुमाया, एजेंट उन्हे बेलारूस लेकर गया था, जहां उनके वीजा और पैसे समाप्त होने (Indians taken to war by Russia) की वजह से एजेंट ने उन्हें रोड़ में ही छोड़ दिया। जिसके बाद रूसी पुलिस ने उन्हे सेना को सौंप दिया।
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सेना ने डराकर एग्रीमेंट करवाया
सभी रूस में फंसे भारतीय नागरिकों का आरोप है, कि जेल में डालने की बात से डराकर उन्हे रूस की सेना में भर्ती किया गया, उसके बाद उन्हें यूक्रेन के खिलाफ़ युद्ध लड़वाने के लिए हथियारों और गोला बारूद की ट्रेनिंग दी गई। अब उनका आरोप है, यादि उनकी मदद नहीं की जायेगी तो रूसी सेना उन्हे फ्रंट में युद्ध के लिए उतार देगी। इन्ही बातों को लेकर 7 से अधिक रूस में फंसे भारतीय नागरिकों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई हैं।
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