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Paytm के शेयरों में 40% तक की गिरावट, RBI के निर्णय का असर, निवेशकों को ₹17,500 करोड़ का नुकसान

Paytm के शेयरों में 40% तक की गिरावट, RBI के निर्णय का असर, निवेशकों को ₹17,500 करोड़ का नुकसान

  • Paytm के शेयरों में लगातार दूसरे दिन भी 20% तक की गिरावट
  • RBI के फैसले के बाद से अब तक लगभग 40% तक गिर चुकी हैं कीमत
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Paytm Shares Fall 40 Percent: भारतीय रिजर्व बैंक के सख्त निर्देशों के बाद से Paytm की स्थिति बहुत अच्छी नजर नहीं आ रही है। शुक्रवार (2 फरवरी) को भी Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communications के शेयरों की कीमत में लगातार दूसरे दिन 20% की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी के एक शेयर की कीमत  ₹487 तक आ गई।

जाहिर है केंद्रीय बैंक की सख्ती के बाद से ही कंपनी इसका असर अपने मूल कारोबार पर पड़ने की आशंकाओं को दूर करने के कई प्रयास कर रही है, पर ऐसा लगता है कि तमाम कोशिशों के बाद भी निवेशकों की चिंताएँ कम नहीं हो पा रही हैं।

Paytm Shares Fall 40 Percent

शायद यही वजह है कि RBI का फैसला आने के बाद से लगातार दूसरे दिन शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर ट्रेडिंग बैंड के निचले स्तर को छूते दिखाई दिए। कीमत प्रति शेयर ₹487 तक पहुँच गई, जो पिछले एक साल में सबसे निचला स्तर कहा जा सकता है। RBI की सख्ती के बाद से दो दिनों के भीतर ही कंपनी के शेयरों में लगभग 40% तक की गिरावट आ चुकी है।

गौर करने वाली बात ये है कि कल ही कंपनी ने निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया था, जिसके तहत Paytm ने घोषणा की थी कि वह अपनी सहयोगी इकाई Paytm Payments Bank के साथ कारोबार को बंद कर देगी और अन्य बैंकों के साथ साझेदारी करने की दिशा में प्रयासों को तेज करेगी।

लेकिन इसके बाद भी ऐसा लगता है कि कंपनी की मुश्किलें जल्द थमनें वाली नहीं हैं। कुछ ब्रोकरेज कंपनियों ने भी RBI की कार्रवाई के बाद Paytm के स्टॉक को डाउनग्रेड कर दिया है, जिसमें जेफरीज, जेपी मॉर्गन, जेएम फाइनेंशियल और एक्सिस कैपिटल का नाम भी शामिल है।

इस बीच हालातों को संभालनें की कोशिश करते हुए कंपनी के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने एक पोस्ट करते हुए बताया;

“आपका पसंदीदा ऐप काम कर रहा है, और 29 फरवरी के बाद भी हमेशा की तरह काम करता रहेगा।”

“हर चुनौती के लिए एक समाधान भी होता है और हम पूरी ईमानदारी से अपने देश की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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RBI vs Paytm: क्या है मामला?

31 जनवरी को RBI ने Paytm Payments Bank को एक बड़ा झटका देते हुए इसके बैंक व्यवसाय पर कुछ सख्त पाबंदियाँ लगाई। इसके तहत कंपनी किसी भी कस्टमर अकाउंट, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट्स, फास्टैग्स आदि में 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी तरह का डिपॉजिट या क्रेडिट ट्रांजेक्शन या टॉप अप्स डालने की सुविधा की पेशकश नही कर सकेंगी।

हालाँकि कंपनी पर ब्याज, कैशबैक या रिफंड देने पर रोक नहीं लगाई गई है। साथ ही जैसा हमनें बताया ग्राहक पहले से मौजूद पैसों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कस्टमर्स अपने बचत खाते, करंट अकाउंट्स, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, फास्टैग्स, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड्स आदि में पहले से मौजूद बैलेंस का उपयोग 29 फरवरी के बाद भी आसानी से कर पाएंगे। लेकिन इसके बाद वह उसमें कोई नया पैसा डिपॉजिट नहीं कर सकेंगे।

क्यों Paytm Bank पर लगे प्रतिबंध

खबरों में सामने आया कि Paytm Payments Bank के खिलाफ एक सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट के साथ ही थर्ड पार्टी ऑडिटरों की कंपलायंस वेलीडेशन रिपोर्ट को आधार बनाकर ही RBI ने यह फैसला किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, RBI का कहना है कि संबंधित रिपोर्ट्स में यह सामने आया है कि Paytm Payments Bank के कामकाज के तरीकों में निरंतर खामियां दर्ज की गई। ये रिपोर्ट्स कथित रूप से कंपनी पर नॉन-कंपलायंस और सुपरवाइजरी संबंधी चिंताओं को भी उजागर करती पाई गई।

दिलचस्प ये है कि Paytm ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में में यह संकेत दिए थे कि मौजूदा निर्देशों के चलते अगर सबसे खराब स्थिति उत्पन्न होती है तो इसे वार्षिक EBITDA में ₹300 करोड़ से ₹500 करोड़ तक का प्रभाव देखनें को मिल सकता है। लेकिन इन सब के बीच कंपनी ने साफ किया था कि इसका अगला चरण पेमेंट और वित्तीय सेवाओं की पेशकश का विस्तार जारी रखना होगा। इसके लिए अन्य बैंकों के साथ साझेदारी की जाएगी।

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