CERT-In Begins Probe Into Apple ‘Hacking’ Alerts: इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने भारत में विपक्षी दलों के नेताओं और पत्रकारों के iPhones में आए हैकिंग मैसेज अलर्ट की जाँच शूरू कर दी है। जांच की प्रक्रिया के तहत अब अमेरिकी कंपनी Apple से जवाब मांगा गया है।
दरअसल भारत में विपक्ष के नेताओं और सरकार की आलोचनाओं में मुखर कुछ पत्रकारों के आईफोन हैंडसेट में कंपनी द्वारा एक मैसेज भेजा जा रहा था। कंपनी के मैसेज में आईफोन (iPhone) में ‘राज्य प्रायोजित सेंधमारी के प्रयास’ के बारे में Apple से चेतावनी संदेश मिल रहे थे।
इस मसले में आईटी सचिव एस कृष्णन ने गुरुवार को कहा,
“कंप्यूटर सुरक्षा घटनाओं पर प्रतिक्रिया देने के लिए राष्ट्रीय नोडल एजेंसी CERT-In ने अपनी जांच शुरू कर दी है, और वह (Apple) इस जांच में सहयोग करेंगे।”
CERT-In Probe On Apple ‘Hacking’ Alerts: विपक्ष ने सरकार के पर लगाए थे आरोप
दिग्गज मोबाइल हैंडसेट कंपनी iPhone के चेतावनी संदेश के बाद भारत की विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार के ऊपर जासूसी का आरोप लगाया था। विपक्ष के नेताओं का दावा था, ये मैसेज उन्हीं iPhone उपयोगकर्ता के मोबाइल में ही क्यों प्राप्त हो रहे जो वर्तमान सरकार की आलोचना करते हैं।
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विपक्ष का आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत एवं टी एस सिंहदेव, शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, आम आदमी पार्टी (AAP) के राघव चड्ढा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को इसी तरह का संदेश मिला है।
इसके अलावा सिद्धार्थ वरदराजन (संस्थापक संपादक, द वायर), श्रीराम कर्री (संपादक, डेक्कन क्रॉनिकल), और समीर सरन (अध्यक्ष, ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन) द्वारा भी Apple की ओर से ऐसा ही अलर्ट मैसेज प्राप्त किए जाने की खबर सामने आई है।
इस पूरे मामले को लेकर सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया था और कहा कि सरकार इसकी गहन जांच कराएगी। अब इसी मामले में केंद्र सरकार ने इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है।
iPhone निर्माता कंपनी से नोटिस में जबाव मांगा आप कैसे इस नतीजे पर पहुंच सकते हैं कि आईफोन हैकिंग राज्य प्रायोजित है। सरकार ने आईफोन बनाने वाली कंपनी से इस हैकिंग को लेकर सबूत की मांग भी की है।
कंपनी का बयान, सिस्टम की खराबी बनी वजह
कुछ मीडिया रिपोर्ट में iPhone निर्माता Apple के हवाले से ख़बर छपी है, जिसमें Apple कंपनी ने कहा, कंपनी द्वारा भेजा गया इस तरह का अलर्ट सिस्टम की किसी तरह की खामी की वजह से हो सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है iPhone विनिर्माण कंपनी Apple की ओर से इस तरह का अलर्ट करीब 150 देशों में भेजा गया था।