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Apple Watch यूजर्स के लिए ‘भारत सरकार’ ने जारी की चेतावनी, साइबर अटैक को लेकर किया आगाह

Apple Watch यूजर्स के लिए ‘भारत सरकार’ ने जारी की चेतावनी, साइबर अटैक को लेकर किया आगाह

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Government warning for Apple Watch: स्मार्टवॉच आज के दौर में मोबाइल फोन की तरह ही भारत में काफी लोकप्रिय होती जा रहीं हैं। और जब भी जिक्र स्मार्टवॉच का हो तो पहला ख्याल Apple Watch का ही आता है।

टेक दिग्गज Apple के अन्य तमाम प्रोडक्ट्स की तरह इसे भी लेटेस्ट फीचर्स से लैस व बेहद सुरक्षित माना जाता है। लेकिन अब इसी Apple Watch को लेकर भारत सरकार की ओर से एक गंभीर चेतावनी जारी की गई है।

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जी हाँ! भारत सरकार की ओर से भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने watchOS 8.7 से पहले के सभी ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) वर्जन पर चलने वाली Apple Watch को यूजर्स के लिए खतरा बताया है।

बात ये है कि भारत सरकार के मुताबिक, पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम वर्जन चलने वाली Apple Watch साइबर हमलों का आसानी से शिकार बन सकती हैं, जो आज के दौर में किसी भी यूजर के लिए बेहद गंभीर साबित हो सकता है, खासकर एक ऐसा डिवाइस जिससे आप फोन व तमाम अहम डेटा सीधे तौर पर जुड़ा होता है।

देश में साइबर सुरक्षा के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करने वाली भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने इस मुद्दे पर एक अतिसंवेदनशील नोट जारी किया है।

CERT-In के अनुसार, watchOS 8.7 से निचले वर्जन पर चलने वाली Apple की स्मार्टवॉचों में कई ऐसी सुरक्षा संबंधित खामियाँ पाई गई हैं, जिन्हें गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। इन खामियों के चलते साइबर हमलावरों के लिए ऐसे डिवाइस एक आसान शिकार बन जाते हैं।

Apple Watch Warning: CERT-In ने बताई वजह!   

वैसे एजेंसी ने इसकी स्पष्ट वजह भी बताई है। असल में CERT-In का मानना है कि Apple वॉच में आई इस खामी की सबसे बड़ी वजह AppleAVD कंपोनेंट में होने वाला ‘बफर ओवरफ्लो’ है।

इतना ही नहीं बल्कि साइबर सुरक्षा नियामक ने इन खामियों के कुछ अन्य कारणों को भी सामने रखा है, जिसमें मल्टी-टच कंपोनेंट में टाइपिंग कन्फ्यूजन, WebKit कंपोनेंट में आउट-ऑफ-बाउंड राइट, मैमोरी करप्शन और मोबिलिटी फाइल इंटिग्रिटी कंपोनेंट में अथरॉइजेशन समस्या जैसी चीजें शामिल हैं।

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CERT-In ने बताया कि ऐसी स्थिति में एक साइबर हमलावर इन प्रभावित Apple Watch पर एक विशेष तरह की रिक्वेस्ट भेजकर, खामियों का लाभ उठा सकता है। इसके तहत साइबर हमलावर अपने कोड को डिवाइस में रन करते हुए, उस स्मार्टवॉच पर Apple के सुरक्षा मानकों से भी बचकर निकल सकेगा। बता दें Apple की ओर से खुद भी कई बार ऐसे संभावित खतरों को लेकर आगाह किया जाता रहा है।

क्या है बचाव का तरीका? 

ये तो हो गई खामियों की बात। लेकिन अब ये सवाल उठता है कि आखिर ऐसे हालातों में साइबर हमलें से बचा कैसे जाए? घबराए नहीं! क्योंकि CERT-In ने ऐसे संभावित साइबर हमलों से बचने के उपाय भी बताए हैं।

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इसके लिए सबसे पहले तो आप अपने Apple Watch को कंपनी द्वारा उपलब्ध करवाए गए लेटेस्ट वॉच ऑपरेटिंग सिस्टम पर अपडेट कर लें, जिसकी सलाह कंपनी खुद भी देती है।

Apple की आधिकारिक वेबसाइट पर भी ऐसे संभावित बग लिस्ट किए गए हैं। और सुरक्षित रहने से सबसे सटीक तरीका है कि आप अपनी Apple Watch पर सेटिंग ऐप खोलें और फिर सॉफ़्टवेयर अपडेट पर टैप करते हुए, वॉच को अप-टू-डेट कर लें।

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