संपादक, न्यूज़NORTH
Google Layoffs 2023: छंटनियों का सिलसिला अभी भी थमता नजर नहीं आ रहा है। बीतें कुछ सालों में दुनिया भर की तमाम छोटी-बड़ी कंपनियाँ हजारों की संख्या में कर्मचारियों को निकाल चुकीं हैं। इनमें से कई कंपनियाँ ऐसी हैं, जिन्होंने एक के बाद एक, कई चरणों में छंटनियाँ की हैं, और इस लिस्ट में टेक दिग्गज गूगल भी शामिल है।
और एक बार फिर गूगल ने दर्जनों की संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। सीएनबीसी की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने इस बार 40-45 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने यह छंटनी ‘न्यूज डिवीजन’ में की है।
रिपोर्ट में गूगल की पैरेंट कंपनी ‘अल्फाबेट’ के कर्मचारी संघ के एक प्रवक्ता के हवाले से यह जानकारी पेश की गई है, जिन्होंने सटीक संख्या तो नहीं बताई, लेकिन इतना जरूर कहा कि गूगल न्यूज़ (Google News) में कार्यरत 40 और 45 कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
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इस रिपोर्ट में कंपनी के आधिकारिक प्रवक्ता के बयान का भी जिक्र है, जिसमें कहा गया कि न्यूज डिवीजन में अभी भी सैकड़ों कर्मचारी काम कर रहे हैं। प्रवक्ता ने माना कि छंटनी के चलते बहुत कम संख्या में कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, लेकिन कंपनी निकाले गए कर्मचारियों को तमाम तरीकों से सपोर्ट करेगी।
गूगल न्यूज (Google News) कंपनी की व्यापक रूप से लोकप्रिय सेवाओं में से एक है, जिसके तहत बड़ी संख्या में दुनिया भर के प्रकाशकों और पत्रिकाओं के लेखों के लिंक प्रदान किए जाते हैं। भारत समेत कई देशों में लाखों लोग दिन भर की ट्रेंडिंग ख़बरों का पता लगाने आदि के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।
Google Layoffs 2023: पहले भी 12,000 कर्मचारियों को निकाल चुकी है कंपनी
यह गूगल द्वारा की गई पहली छंटनी नहीं है। इसी साल जनवरी में गूगल पर मालिकाना हक रखने वाली अल्फाबेट (Alphabet) ने एक साथ 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया था। यह तब कंपनी के कुल कर्मचारियों का लगभग 6% हिस्सा था। इस छंटनी में भारत से भी लगभग 400 से 500 कर्मचारियों के प्रभावित होने की खबर सामने आई थी।
उस वक्त कंपनी के सीईओ, सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने इतने बड़े पैमानें पर की गई छंटनी संबंधित फैसले की पूरी जिम्मेदारी ली थी, और इसको लेकर ‘खेद’ व्यक्त किया था। साथ ही कंपनी ने नई नियुक्तियों की रफ्तार को भी कम करने का काम किया था। असल में तमाम दिग्गज कंपनियाँ “वैश्विक आर्थिक हालातों और उससे जुड़ी अनिश्चितताओं” को कारण बताते हुए, एक साथ हज़ारों की संख्या में छंटनियाँ कर चुकी हैं, जिनमें Twitter, Microsoft, Amazon, Salesforce जैसे नाम शामिल रहे हैं।