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Telegram पर उसकी क्रिप्टोकरेंसी सेवा TON की वजह से लगा $18.5 मिलियन का जुर्माना; सेवा पर भी लगी पाबंदी

Telegram पर उसकी क्रिप्टोकरेंसी सेवा TON की वजह से लगा $18.5 मिलियन का जुर्माना; सेवा पर भी लगी पाबंदी

लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप Telegram का एक क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफ़ोर्म के संचालन का प्लान फ़िलहाल रुक सा गया है। दरसल अमेरिकी Securities and Exchange Commission (SEC) जिसने कंपनी पर गलत ढंग से संचालन का आरोप लगाया था, उसके आरोप सही सिद्ध हुए हैं।

और अब Telegram को इस नागरिक विवाद को निपटाने के लिए $18.5 मिलियन का जुर्माना देना होगा, साथ ही साथ कंपनी को निवेशकों से हासिल $1.2 बिलियन भी वापस लौटने होंगें, जो वाक़ई कंपनी के लिए मुश्किल साबित होगा।

SEC ने असल में Telegram और उसके TON क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफ़ॉर्म के खिलाफ पिछले साल एक मुक़दमा दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कंपनी ने उनके प्रस्तावों और Grams की बिक्री को लेकर Securities Act of 1933 का उल्लंघन किया है।

आपको बता दें Telegram से दुनिया भर में 171 शुरुआती खरीदारों को लगभग 2.9 बिलियन “Grams” या टोकन ऑफ़र की क़ीमतों के साथ बेचे थे जिसमें से 1 बिलियन Grams से अधिक अकेले 39 अमेरिकी खरीदारों को बेचे गए थे। दरसल सरकारी संस्था, SEC को लगा कि ये ग्राहक इन बिलियन Grams से अमेरिकी बाजार में बाढ़ ला सकते हैं, जिस पर यह भी संदेह है कि ये अवैध रूप से वितरित किए गए थे।

SEC के डिवीजन ऑफ एनफोर्समेंट की सह-निदेशक Stephanie Avakian ने कहा,

“हमारी कार्रवाई का उद्देश्य Telegram को डिजिटल टोकन के साथ अमेरिकी बाजारों में बाढ़ लाने से रोकने का है, जो उसके द्वारा अवैध रूप से बेचे गए थे। हमारा आरोप है कि कम्पनी ने निवेशकों को Grams और Telegram के व्यवसाय संचालन, वित्तीय स्थिति, जोखिम कारकों और प्रबंधन के बारे में सही जानकारी प्रदान नहीं की, जो सीधे क़ानूनों का उल्लंघन है।”

वहीं इस पर SEC के प्रवर्तन विभाग के सह-निदेशक Steven Peikin ने कहा;

“हमने बार-बार कहा है कि जारीकर्ता अपने उत्पादों को क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल टोकन का लेबल देकर कानूनों से बच नहीं सकता है।”

लेकिन महीनों की कानूनी लड़ाई के बाद Telegram के TON को आख़िरकार हार का ही सामना करना पड़ा। फ़ैसले में साफ़ तौर पर कहा गया कि Bitcoins की तरह लोगों को Grams खरीदनें या बेचनें की अनुमति नहीं दी जा सकती है। इसके साथ ही अब इस निर्णय के मुताबिक़ Telegram द्वार TON के लिए निवेशकों से हासिल किया गया $1.2 बिलियन भी वापस लौटना पड़ेगा।

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साथ ही अमेरिकी अदालत ने घोषणा की कि निर्णय न केवल अमेरिका में Grams की बिक्री को रोकता है, बल्कि पूरी दुनिया में अमेरिकी नागरिकों के लिए TON पर पहुँच को अमान्य करार देता है।

लेकिन इतना ही नहीं अब Telegram पर $18.5 मिलियन का जुर्माना भी लगाया गया है। इस पर Durov ने कहा;

“मैं दुनिया में विकेंद्रीकरण, संतुलन और समानता के लिए प्रयास करने वाले सभी लोगों को शुभकामनाएं देकर इस पद को समाप्त करना चाहता हूं। आप सही लड़ाई लड़ रहे हैं। यह लड़ाई हमारी पीढ़ी की सबसे महत्वपूर्ण लड़ाई हो सकती है। हम आशा करते हैं कि आप वहीं सफल होंगे जहाँ हम असफल हुए हैं।”

वहीं इस मुद्दे पर SEC का रूख अलग है, लेकिन इतना ज़रूर है कि अगर कम्पनी ने पहले से संस्था के बात करके सभी नियमों का पालन करते हुए इसको विश्वास में लिया होता, तो शायद आज परिणाम कुछ और होता।

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