संपादक, न्यूज़NORTH
डेटा स्थानीयकरण मानदंडों को लेकर भारत में चर्चाएं काफी तेज हैं। हाल ही में हमें WhatsApp Payments को भी इसी मुद्दे पर भारत सरकार से संघर्ष करते देखा है। और इसके बाद भी मामला कोर्ट में हैं और इसको लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
और अब सबसे अग्रणी पेमेंट कंपनियों में शुमार Visa ने अब भारत के डेटा स्थानीयकरण मानदंडों का पालन करने हेतु विचार किया है।
जी हाँ! इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए Visa ने अब यह ऐलान किया है कि कंपनी अब सभी ‘घरेलू लेनदेन’ को स्थानीय स्तर पर ही करेगा प्रोसेस करेगी। यह प्रोसेस का काम कंपनी द्वारा बेंगलुरु और मुंबई में नए बनाए गए डेटा केंद्रों पर किया जाएगा।
इस बात की जानकारी Visa के भारत और दक्षिण एशिया प्रमुख, टीआर रामचंद्रन ने इकॉनोमिक टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में दी।
इस मौके पर उन्होंने भारत में तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन और इंटरनेट के प्रसार के बारे में भी बात की और कहा कि भारत में इंटरनेट की बढ़ती पहुँच के चलते डिजिटल कॉमर्स या कहें तो ई-कॉमर्स क्षेत्र में काफी तेज उछाल देखने को मिला है।
बीती दिवाली में हुई ई-कॉमर्स बिक्री ने साफ तौर पर यह दर्शाया कि देश के अन्दर लोगों के बीच ऑनलाइन ख़रीदारी को लेकर काफी तेजी से भरोसा बढ़ रहा है। और ऐसे में डिजिटल पेमेंट की ओर भी लोगों का रुझान बढ़ा है।
इसके साथ ही डिजिटल पेमेंट की दिशा में भारत में RBI द्वारा पेश किया गये Two-Factor Authentication (2FA) सुरक्षा सिस्टम ने भी काफी महत्वपूर्ण रोल अदा किया है। इसके चलते ऑनलाइन पेमेंट को लेकर लोगों में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है।
हालाँकि इस इंटरव्यू के दौरान उन्होनें यह भी कहा कि अभी भी भारत अन्य उभरते बाज़ारों जसी चीन इत्यादि की तुलना में डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में काफी पीछे है। दरसल भारत में पर्सनल स्तर पर लोगों द्वारा की जाने वाली ऑनलाइन पेमेंट संख्या बेहद कम है।
जहाँ भारत में प्रति व्यक्ति ऑनलाइन पेमेंट का प्रतिशत 11%-12% तक ही सिमटा है, वहीँ चीन में यह 55% तक है।
इसके साथ ही भारत में UPI पेमेंट का मिलता भारी प्रोत्साहन भी डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की दिशा में काफी अहम योगदान दे रहा है।
रामचंद्र ने साथ ही UPI पर यह भी कहा कि
“मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि भारत ने विश्व स्तर पर रियल टाइम पेमेंट आर्किटेक्चर के निर्माण में एक अहम भूमिका निभाने के साथ ही अन्य को साथ में लेकर एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई है।”
हालाँकि डिजिटल पेमेंट यात्रा फ़िलहाल भी देश में शुरुआत चरण में ही कही जाती है और इस क्षेत्र में बढ़ते सफ़ल स्टार्टअप्स की संख्या इसकी संभवनाओं को काफ़ी मजबूती प्रदान करती है।