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EdTech स्टार्टअप Eduisfun को मिला 200 रूपये का निवेश; अमिताभ बच्चन ने भी किया निवेश

EdTech स्टार्टअप Eduisfun को मिला 200 रूपये का निवेश; अमिताभ बच्चन ने भी किया निवेश

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मुंबई आधारित EdTech स्टार्टअप Eduisfun ने HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख और अभिनेता अमिताभ बच्चन सहित अन्य एंजेल और व्यक्तिगत निवेशकों से 200 करोड़ रुपये की फंडिंग हासिल की है।

आपको बता दें अन्य निवेशकों में Ogilvy Group के चीफ क्रिएटिव ऑफिसर पीयूष पांडे और Price Waterhouse & Co के पार्टनर Russell Parera भी शामिल रहे।

खास यह रहा कि Eduisfun का यह पहला फंडिंग राउंड है। Eduisfun अब इस निवेश का उपयोग मुख्यतः अपने स्कॉलरशिप पेशकश को बढ़ाने और अपने ऐप को तकनीकी रूप से अपडेट करने के लिए करेगा।

इन्वेस्टमेंट ट्रैकर, Venture Intelligence के आंकड़ों के मुताबिक यह फंडिंग इस साल EdTech क्षेत्र में हुई फंडिंग में पाँचवी सबसे बड़ी फंडिंग रही।

इस लिस्ट में सबसे ऊपर यूनिकॉर्न BYJU’s का नाम रहा, जिसने जुलाई में Owl Ventures और Qatar Investment Authority के नेतृत्व में 1,067 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया।

इसके बाद नंबर आता है Unacademy का, जिसने जून में Steadview Capital के नेतृत्व में 363 करोड़ रूपये का निवेश हासिल किया था।  

वहीँ इसके बाद Vedantu ने Trifecta Capital के नेतृत्व में क़रीब 300 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया था।

इस बीच आपको यह भी बता दें कि Eduisfun ही असल में STEPApp ऐप का डेवलपर है, जो स्कूली बच्चों के लिए एक गेमिफ़ाईड एजुकेशन ऐप है, जिसमें CBSE और ICSE पाठ्यक्रम शामिल किये गये हैं।

STEPApp ऐप की खास बात यह है कि यह साधारण या कम डेटा कनेक्टिविटी में भी कुशलता से काम करता है।

वहीँ कंपनी के संस्थापक प्रवीण त्यागी के अनुसार, 

“इस ऐप को निजी, केंद्रीय और आदिवासी स्कूलों आदि के सभी छात्रों को ध्यान में रखते हुए, उनकी सहूलियत के हिसाब से डिज़ाइन किया गया है।”

आपको बता दें त्यागी PACE IIT & Medical के प्रबंध निदेशक भी हैं, जो एक इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवाने वाला संस्थान है।

उन्होंने कहा कि

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“यह ऐप प्रशिक्षकों द्वारा वीडियो-आधारित शिक्षण के चलन को समाप्त करते हुए कांसेप्ट आधारित पहेलियों और गेम के उपयोग के जरिये पढ़ाने में मदद करता है।

साथ ही इस ऐप की लागत भी अन्य एजुकेशनल प्लेटफार्मों की तुलना में काफी कम है।” 

कंपनी का दावा है कि वह सबसे कम कीमत पर छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य के साथ आगे बढ़ रही है।

साथ ही खास यह है कि 400 IITians की एक टीम ने सात साल की रिसर्च के बाद इस ऐप पर कंटेंट का निर्माण किया है।

इसके साथ ही कंपनी ने हाल ही में एक कार्यक्रम भी शुरू किया है, जिसके माध्यम से वह आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को 10,000 रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक की छात्रवृत्ति प्रदान करती है की जाती है। 

और अब इसी छात्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए कंपनी इस नए निवेश का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है और साथ ही कंपनी का लक्ष्य  भारत में 1.5 मिलियन स्कूलों तक विस्तार करने का है।

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