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भारत में ‘सर्वाइकल कैंसर’ के तेज उपचार के लिए Microsoft कर रहा है AI तकनीक का इस्तेमाल

भारत में ‘सर्वाइकल कैंसर’ के तेज उपचार के लिए Microsoft कर रहा है AI तकनीक का इस्तेमाल

क्या आप जानते हैं, किसी अन्य देश की तुलना में भारत में सर्वाइकल कैंसर से अधिक महिलाओं की मृत्यु होती है?

यह ठीक की जा सकने वाली बीमारी भारत में हर साल लगभग 67,000 महिलाओं की मौत की वजह बनती है। यह आँकड़ा दुनिया भर में होने वाली 260,000 मौतों में 25% से भी अधिक है।

हालाँकि सही स्क्रीनिंग और शुरुआती स्टेज में ही पहचान हों जाने से इस बीमारी को रोका / ठीक किया जा सकता है। लेकिन असल में समस्या यह है कि इस बीमारी की शुरुआत पहचान के लिए होने वाले टेस्ट में काफी समय लग जाता है।

और ऐसा इसलिए है क्योंकि साइटोपैथोलॉजिस्ट (Cytopathologists) जिस मौजूदा सिस्टम का उपयोग करते हैं वह काफी समय लेता है, हालाँकि एक सच यह भी है कि इनकी संख्या की देश में काफी कम है।

लेकिन सिर्फ़ इन कारणों की वजह से इस बीमारी के ऐसे गंभीर परिमाणों को नजरंदाज़ नहीं किया जा सकता है और शायद इसलिए अब आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक के जरिये इस समस्या का हल तलाशा जा रहा है।

भारत में पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी में डायग्नोस्टिक सेवाओं की पेशकश करने वाली सबसे बड़ी चेन SRL Diagnostics में इसकी शुरुआत कर दी गई है। और इस काम में इसका साथ दे रहा है Microsoft

आपको बता दें, पिछले साल, Microsoft ने साइटोपैथोलॉजिस्ट और हिस्टोपैथोलॉजिस्ट को सहूलियत देने के लिए पैथोलॉजी क्षेत्र में एक AI नेटवर्क बनाने के मकसद से SRL Diagnostics के साथ साझेदारी की थी।

SRL Diagnostics में हर साल 100,000 से अधिक Pap-Smear सैंपल प्राप्त किये जाते हैं। इनमें से लगभग 98% सैंपल आम तौर पर सामान्य होते हैं और शेष 2% सैंपल में ही जाँच की संभावनाएं होती हैं।

SRL Diagnostics में इस नई पहल और तकनीकी प्रबंधन को लीड करने वाले के लिए तकनीकी नेतृत्व की व्याख्या की डॉ. अर्नब रॉय के अनुसार,

“हम अपने साइटोपैथोलॉजिस्ट द्वारा यह सुनिश्चित करने के तरीकों की तलाश कर रहे थे कि कैसे उन 2% असामान्य सैंपल का पता जल्द से जल्द लगाया जा सके”

इसके लिए SRL Diagnostics में साइटोपैथोलॉजिस्ट्स ने पहले पूरी तरह से Whole Slide Imaging (WSI) का अध्ययन किया, जिनमें से प्रत्येक में लगभग 300-400 सेल्स मौजद थे, और फ़िर अपनी ऑब्जरवेशन को उन पर मार्क भी किया, जो सर्वाइकल कैंसर की Image Detection API के प्रशिक्षण डेटा के रूप में उपयोग किए गए।

हालाँकि इस प्रक्रिया में एक चुनौती यह आई कि अलग-अलग साइटोपैथोलॉजिस्ट ने एक अलग तरीके से इन स्लाइडों के विभिन्न तत्वों की जांच की। इससे जाहिर तौर पर विशेषज्ञ के अनुभव के आधार पर अलग अलग ऑब्जरवेशन मिले।

SRL Diagnostics के साथ मिलकर काम करने वाले Microsoft Azure Global Engineering के प्रिंसिपल एप्लाइड रिसर्चर मनीष गुप्ता ने कहा;

“AI एल्गोरिदम बनाने का विचार इसलिए आया क्यूंकि यह उन क्षेत्रों की पहचान कर सकता है जिन्हें हर कोई नहीं देख सकता था और साथ ही इसके जरिये प्रभावित पार्ट्स को लेकर एक आम सहमति भी बनती है।”

ख़ास यह है कि इस हफ्ते इन दोनों कंपनियों की तरह से यह बताया गया कि उनकी यह साझेदारी अब रंग लाने लगी है।

SRL Diagnostics ने सर्वाइकल कैंसर इमेज डिटेक्शन API का उपयोग करने के लिए एक इंटरनल प्रीव्यू सिस्टम की भी शुरुआत की है। सर्वाइकल कैंसर इमेज डिटेक्शन API माइक्रोसॉफ्ट के Azure पर चलती है।  इसके जरिये तरल-आधारित साइटोलॉजी स्लाइड इमेज को जल्दी से स्क्रीन कर शुरुआत दौर में ही सर्वाइकल कैंसर का पता लगाया जा सकता है।

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ख़ुशी की बात यह है कि अब यह AI मॉडल सटीकता से सामान्य और असामान्य स्मीयर स्लाइड के बीच अंतर करने में सफ़ल होता नज़र आया रहा है।

हालाँकि वर्तमान में इसको तीन से छह महीने के लिए लैब में वेरिफिकेशन के मकसद से चलाया जा रहा है।

इसके साथ ही SRL Diagnostics और Microsoft की तरह से यह भी कहा गया कि इन कंपनियों को उम्मीद है कि इनके द्वारा बनायीं गई यह API तकनीक पैथेलॉजी के अन्य क्षेत्रों जैसे कि किडनी की समस्या के निदान के साथ ही Pancreatic और Liver कैंसर जैसी बीमारियों के उपचार में भी मदद कर सकेगी।

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते Microsoft ने घोषणा की थी की उसका AI प्रोजेक्ट भारत में ड्राइविंग टेस्ट के तरीके को बेहतर बनाने में मदद करने के प्रयासों में सफ़ल होता नज़र आ रहा है।

कंपनी ने पिछले दो वर्षों में भारतीय बाजार को लेकर काफ़ी मेहनत की है। इससे Microsoft ने पहले भारत में किसानों को अपनी फसल की पैदावार बढ़ाने में मदद करने के लिए कई उपकरण भी पेश किये और साथ ही रोके जा सकने वाले अंधापन की रोकथाम के लिए कई अस्पतालों के साथ भी मिलकर काम किया।

इतना ही नहीं पिछले साल कंपनी ने भारत में हृदय रोग के जोखिम को पहले से ही बताने वाले AI-संचालित API बनाने के लिए Apollo Hospital के साथ भी काम करने का ऐलान किया।

Microsoft ने भारतीय क्रिकेट दिग्गज अनिल कुंबले के साथ एक ट्रैकिंग डिवाइस विकसित करने केको लेकर भी काम किया, जो युवाओं को उनके बल्लेबाजी प्रदर्शन का विश्लेषण करने में मदद करता है।

Microsoft ने बीमा कंपनी ICICI Lombard के साथ भी उसके ग्राहकों के दावों और पुरानी पालिसी को रीन्यू करने को लेकर AI सिस्टम बनाने के लिए पार्टनरशिप की थी।

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