Now Reading
Zepto पर ‘टॉक्सिक वर्क कल्चर’ को बढ़ावा देने के आरोप, आया सीईओ आदित पलीचा का बयान

Zepto पर ‘टॉक्सिक वर्क कल्चर’ को बढ़ावा देने के आरोप, आया सीईओ आदित पलीचा का बयान

  • Zepto को फाउंडर का बयान, वह वर्क लाइफ बैलेंस को मानते हैं और वो इसके खिलाफ नहीं.
  • सोशल मीडिया पर जेप्टो में टॉक्सिक वर्क कल्चर को लेकर चर्चा जोरों पर है.

Toxic work culture at Zepto: क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Zepto के को-फाउंडर आदित पलीचा ने कंपनी के ऊपर लगें  ‘टॉक्सिक वर्क कल्चर’ के आरोप के बाद एक बयान देकर अब इस बात को सिरे से नकार दिया है। कंपनी के को-फाउंडर आदित पलीचा ने कहा वो वर्क लाइफ बैलेंस को मानते हैं और वो इसके खिलाफ नहीं हैं। Zepto के ऊपर सोशल मीडिया में ‘टॉक्सिक वर्क कल्चर’ को लेकर कई आरोप लगाए जातें रहे हैं, और उनका यह बयान इंटरव्यू में दिए गए बयान से अलग है। जिसमें उन्होंने कहा था कि, उनकी जेप्टो की टीम बिजनेस डिमांड्स को पूरा करने के लिए हफ्ते में 80 से 100 घंटे काम करती है। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान इस बात पर जोर दिया था कि कुछ सार्थक बनाने की इच्छा और जुनून पैसे से ज्यादा जरूरी है। लेकिन वह अब अपने ही पुराने बयान से पलट गए है।

टॉक्सिक वर्क कल्चर (Toxic work culture) क्या होता है ?

टॉक्सिक वर्क कल्चर (विषाक्त कार्य संस्कृति) एक ऐसी कार्य संस्कृति है जिसमें कर्मचारियों को नकारात्मक और हानिकारक वातावरण में काम करना पड़ता है। यह संस्कृति अक्सर कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। इसमें कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार, अत्यधिक काम का दबाव, कम वेतन जैसी समस्याओं से उन्हें रूबरू होना पड़ता है।

Zepto के को-फाउंडर आदित के पूर्व बयान से भी इसी प्रकार के आरोप लगें थे कि कंपनी में टॉक्सिक वर्क कल्चर अपने कर्मचारियों के साथ अपनाया जाता है, लेकिन अब इन आरोपों में सफ़ाई देते हुए Zepto के को-फाउंडर आदित ने कहा कि मैं वर्क लाइफ बैलेंस के खिलाफ नहीं हूं। वास्तव में मैं अपने कंपिटीटर्स को इसकी सिफारिश करता हूं। उन्होंने कहा कि वो दक्ष गुप्ता के एक इंटरव्यू का हवाला दे रहे थे।

Zepto के टॉक्सिक वर्क कल्चर को लेकर शिकायत

बता दें, Zepto के टॉक्सिक वर्क कल्चर को लेकर एक शिकायत हुई थी, जो कि एक गुमनाम व्यक्ति द्वारा की गई थी। शिकायत पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था इस पोस्ट में अनुचित कामकाजी घंटों और अन-प्रोफेशनल वर्कंग कल्चर के बारे में शिकायत की गई थी। इसमें ये भी आरोप लगाया गया है कि लोग बड़ी तेजी के साथ कंपनी छोड़ रहे हैं। हर हफ्ते कम से कम 10 लोग कंपनी छोड़कर जा रहे हैं और ग्राहकों से कई तरीकों से पैसे ऐंठने के लिए ऐप पर डार्क पैटर्न भी मौजूद है, जिसके बाद खुद कंपनी के को फाउंडर को आगे (Toxic work culture at Zepto) आकर सफाई देनी पड़ी।

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.