There will be movement against smart meter: बिहार में बढ़े हुए बिजली के बिलों को लेकर एक बार फ़िर लोगों के बीच आक्रोश देखने को मिल रहा है, लोगों के द्वारा बढ़े हुए बिजली के बिल को लेकर स्मार्ट मीटर को बताया जा रहा है। इस बीच बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टियों आरजेडी ने इस मुद्दे को भुनाने की ठान ली है, जानकारी के अनुसार, आरजेडी इस मुद्दे को लेकर राजस्तरीय आंदोलन करने जा रही हैं।
आंदोलन को शुरु करने से पूर्व प्रदेश के आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि 1 अक्तूबर से प्रदेशव्यापी आन्दोलन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा बिहार में स्मार्ट मीटर के नाम पर लूट मची हैं, गरीब किसान और आम उपभोक्ता इससे काफ़ी परेशान है। स्मार्ट मीटर से तीस से चालीस प्रतिशत अधिक रीडिंग आ रही है, जिससे उपभोक्ताओं को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
बिजली कंपनियों के ऊपर जबरदस्ती मीटर लगाएं जाने के आरोप
आपकों बता दे, बिहार में स्मार्ट मीटर लोगों के घरों में इंस्टाल किए जा रहे हैं, कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया की उनके गांव के हर घर में बीपीएल कोटे से बिजली का कनेक्शन दिया गया था लेकिन पिछले दिनों बिजली विभाग के कुछ कर्मी उनके गांव आए और सभी घरों में जबरन स्मार्ट मीटर लगा दिया और चले गए बिजली कंपनी के तरफ स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है।
बिहार में आम लोगों के बीच यह चर्चा खुले आम की जा रही है कि सरकार को यह स्पष्ट करना और बताना चाहिए कि आखिर पहले से लगा मीटर क्यों हटाया जा रहा है उसमें क्या त्रुटि है और स्मार्ट मीटर में क्या खूबी है ,अगर पहले से लगाये गये मीटर में कोई त्रुटि नहीं है, तो उसे आखिर क्यों हटाया जा रहा है।
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आपको बता दे, बिहार में करीब 32 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि कुल 1.72 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाएं जाने (There will be movement against smart meter) की योजना है।