Infosys gets income tax notice of ₹341 crore: भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी Infosys को लेकर बड़ी ख़बर समाने आई है, मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग ने कंपनी को ₹341 करोड़ का इनकम टैक्स नोटिस जारी किया है। इसकी जानकारी खुद कंपनी की ओर से एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई हैं।
एक्सचेंज फाइलिंग में infosys के द्वारा दी जानकारी के अनुसार, कंपनी को आयकर विभाग से आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 201 और 201 (A) के तहत मूल्यांकन वर्ष 2020-21 के लिए 341 करोड़ रुपये (ब्याज सहित) का टैक्स नोटिस दिया गया हैं।
कंपनी अब इस टैक्स नोटिस के आने के बाद अपने वित्तीय वर्ष 2023-24 के वित्तीय विवरणों का मूल्यांकन कर रही है जिसके बाद वह इस नोटिस के खिलाफ अपील दाखिल करनें में विचार कर सकती है।
सहयोगी कंपनियों के लिए भी आदेश
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के टैक्स नोटिस के आदेश प्रभाव केवल इंफोसिस तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसकी सहायक कंपनियों को भी आयकर विभाग द्वारा असेसमेंट ऑर्डर दिए गए हैं। इन ऑर्डरों में 2018-19 और 2021-23 के आकलन वर्षों के लिए ब्याज सहित कुल मिलाकर 277 करोड़ रुपये की कर मांग शामिल है।
आयकर की इसी कानून के तहत मिलेगा रिफंड
Infosys की सहयोगी कंपनी को इसी कानून (आयकर अधिनियम, 1961) की अन्य धाराओं के तहत वित्तीय वर्ष 2014-15 के तहत रिफंड आदेश प्राप्त हुआ है, जिसकी (Infosys gets income tax notice of ₹341 crore) मूल्यांकन राशि ₹15 करोड़ होगी। इसका भी मूल्यांकन कंपनी के द्वारा किया जा रहा हैं।
IT डिपार्टमेंट से मिलेगा ₹6329 का रिफंड
टेक कंपनी infosys को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से 6,329 करोड़ रुपए का रिफंड दिया जाएगा। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी है। 2007-08 से 2018-19 तक के असेसमेंट ऑर्डर के अनुसार, कंपनी पर 2,763 करोड़ रुपए की टैक्स लायबिलिटी (देनदारी) भी है।
न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!
गौरतलब हो, Infosys भारत की दूसरे नंबर की आईटी कंपनी है, जो व्यवसाय परामर्श, सूचना प्रौद्योगिकी और आउटसोर्सिंग सेवाएं प्रदान करती हैं। इसकी स्थापना मशहूर उद्योगपति N.R. Narayana Murthy ने 1981 में पुणे में की थी और वर्तमान में कंपनी का हेडक्वार्टर बैंगलोर (कर्नाटक) में स्थित है। हाल फिलहाल कंपनी के चेयरमैन नारायण मूर्ति ने अपने पोते के जन्म के चार महीने बाद लगभग ₹240 करोड़ के शेयर एकाग्र रोहन मूर्ति को दे दिए हैं। जिसके बाद दादा और पोता दोनों ही मीडिया में चर्चा का विषय बन गए थे।