Cotton candy banned: हिमाचल प्रदेश सरकार ने बच्चों के द्वारा खाए जाने वाला पसंदीदा खाद्य पदार्थ में से एक “कॉटन कैंडी” को राज्य में बैन करने का फैसला सुनाया है। आपकों बता दे, कॉटन कैंडी को बच्चों के बीच काफ़ी अधिक लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में से एक है।
मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में जनस्वास्थ्य के मद्देनजर ‘कॉटन कैंडी’ जिसको बुड्ढी के बाल के नाम से भी पुकारा जाता है, उसके विनिर्माण, भंडारण, वितरण या बिक्री पर एक साल तक के लिए यानी 15 मार्च, 2025 तक प्रतिबंध लगा दिया है।
राज्य में विभिन्न हिस्सों से उठाए गए सैंपल फैल
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से कॉटन कैंडी के नमूनों की जांच करने पर यह पाया गया है कि इन उत्पादों में खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाले गैर-अनुमति और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक संभावित खतरनाक रंगों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कैंडी में रोडामाइन-बी केमिकल है, जिससे कैंसर हो सकता है। सरकार ने संबंधित विक्रेताओं को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है। आपकों बता दे, रोडामाइन कैमिकल कपड़ा उद्योग में कपड़े को रंगने के लिए प्रयोग में लिया जाता है।
तमिलनाडु पंडुचेरी में पहले ही बैन
फरवरी में तमिलनाडु और पुडुचेरी राज्य में कॉटन कैंडी पर बैन लगा दिया गया था, इन दोनों राज्यों में कॉटन कैंडी की बिक्री के साथ साथ निर्माण को भी प्रतिबंधित कर दिया गया था क्योंकि यह भी जांच के दौरान एक रंगने वाले (Cotton candy banned) केमिकल रोडामाइन-बी की पुष्टि हुई थी।
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गोभी मंचूरियन में भी लग चुका बैन
गोभी मंचूरियन को लेकर भी गोवा में इसी प्रकार की बात निकलर आई थी ,जिसमे काफी मात्रा में सिंथेटिक कलर का इस्तेमाल किया जाता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। वहीं इसको ज्यादा क्रिस्पी बनाने के लिए इसमें हानिकारक कॉर्नस्टार्च डालकर लंबे समय तक तेल में फ्राई किया जाता है। ऐसे में गोवा के कई हिस्सों में गोभी मंचूरियन को बैन किया गया था।