Now Reading
बारामूला: 33 साल बाद खुले थिएटर में दिखाई जाने वाली पहली फिल्म बनी ’12th Fail’

बारामूला: 33 साल बाद खुले थिएटर में दिखाई जाने वाली पहली फिल्म बनी ’12th Fail’

  • बारामूला में 33 साल बाद खुला 'जादूज' सिनेमा
  • दिखाई जाने वाली पहली फिल्म बनी '12वीं फेल'
vikrant-massey-12th-fail-became-first-film-in-baramulla

Vikrant Massey 12th Fail Film: सिनेमा सिर्फ मनोरंजन ही नहीं बल्कि कई आयामों में समाज को प्रभावित करता है। और इसका ताजा उदाहरण बन रही है, पिछले साल से ही लगातार चर्चा में बनी हुई फिल्म 12th Fail, जिसके नाम अब एक नई उपलब्धि दर्ज हुई है। असल में विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म, ’12वीं फेल’ जम्मू-कश्मीर के बारामूला में 33 साल बाद खुले ‘जादूज’ सिनेमा दिखाई जाने वाली पहली फिल्म बन गई है।

असल में बारामूला के लेफ्टिनेंट गवर्नर मिंगा शेरपा के द्वारा ‘जादूज’ थिएटर को आधिकारिक रूप से पुनः खोला गया। जम्मू-कश्मीर के बारामुला में यह थिएटर पिछले लगभग 33 सालों से बंद चल रहा था। लेकिन अब फिर से ‘जादूज’ सिनेमा में लोग फिल्म देख सकेंगे और इसी मकसद के साथ दर्शकों के लिए इसे खोला दिया गया है।

Vikrant Massey 12th Fail Film

लेकिन इन सब के बीच ’12वीं फेल’ फिल्म भी चर्चा का केंद्र बन गई, क्योंकि इतने सालों बाद फिर से खुले इस थिएटर में सबसे पहले इस फिल्म को दिखाए जाने का फैसला लिया गया। जैसा आप जानते ही होंगे कि ’12वीं फेल’ फिल्म आईपीएस अफसर मनोज कुमार के जीवन की घटनाओं पर आधारित है।

पिछले साल रिलीज हुई इस फिल्म में विक्रांत मैसी और मेधा शंकर ने मुख्य भूमिका निभाई हैं। अपनी इंस्पायरिंग स्टोरी और कलाकारों के बेहतरीन प्रदर्शन के चलते इस फिल्म ने काफी सुर्खियाँ बटोरी हैं और दर्शकों के बीच इसे खूब सराहा जा रहा है।

न्यूज़North अब WhatsApp पर, सबसे तेज अपडेट्स पानें के लिए अभी जुड़ें!

सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे विक्रांत मैसी

इस बीच कल से ही सोशल मीडिया पर Vikrant Massey का नाम ट्रेंड कर रहा है। लेकिन इसकी वजह ऊपर बताई गई उपलब्धि ही नहीं है। असल में विक्रांत मैसी ने हाल ही में अनफिल्टर विद समदिश शो में समदिश भाटिया से बातचीत करते हुए अपने निजी जीवन के बारे में कई चीजें सामने रखीं।

इस शो में उन्होंने बताया कि उनके परिवार में सभी अलग-अलग धर्मों का पालन हैं। विक्रांत के अनुसार, उनकी माँ सिख हैं, और उनके पिता क्रिश्चन हैं। वहीं उनके भाई ने युवावस्था में ही इस्लाम धर्म को अपना लिया था।

See Also

विक्रांत ने कहा –

“मेरे भाई का नाम मोईन है, और मेरा नाम विक्रांत है। शायद आप सोच रहे हों कि मेरे भाई का नाम मोईन क्यों है, [ऐसा इसलिए] क्योंकि मेरा भाई जब 17 साल का था, तो उसने इस्लाम धर्म अपना लिया था, ये उसकी जिंदगी का एक बड़ा कदम था।”

इसके साथ ही उन्होंने भाई के धर्म परिवर्तन को लेकर उनके परिवार की प्रतिक्रिया की भी बात की। विक्रांत ने बताया कि परिवार ने भाई से कहा, ‘अगर तुम संतुष्ट हो तो आगे बढ़ो!’

©प्रतिलिप्यधिकार (Copyright) 2014-2023 Blue Box Media Private Limited (India). सर्वाधिकार सुरक्षित.