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Parag Agrawal Raises $30 Million Dollar For New AI Startup: एलन मस्क द्वारा ट्विटर (वर्तमान में एक्स) का अधिग्रहण करने के पहले तक बतौर सीईओ कंपनी का नेतृत्व करने वाले भारतीय मूल के पराग अग्रवाल एक बार फिर सुर्खियों में है। इसके पीछे की वजह है आज कल लगातार ट्रेंड में बना हुआ ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस!’
जी हाँ! असल में साल 2022 के अंत में ट्विटर को अलविदा कहने वाले पराग अग्रवाल ने अपने नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) स्टार्टअप के लिए लगभग $30 मिलियन (~ ₹250 करोड़) का निवेश हासिल किया है।
इसका खुलासा द इंफॉर्मेशन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के हवाले से हुआ है। सामने आई जानकारी के अनुसार, पराग के इस नए स्टार्टअप में निवेश का नेतृत्व OpenAI के शुरुआती निवेशकों में से एक रहे खोसला वेंचर्स (Khosla Ventures) ने किया है। इसके अलावा इस फंडिंग राउंड में दो अन्य दिग्गज निवेशकों – इंडेक्स वेंचर्स (Index Ventures) और फर्स्ट राउंड कैपिटल (First Round Capital) ने भी भागीदारी दर्ज करवाई है।
Parag Agrawal New AI Startup
बात करें पराग अग्रवाल के इस नए एआई स्टार्टअप की तो इसका नाम और इसके द्वारा पेश की जा सकने वाली संभावित सेवाओं व उत्पादों के विवरण को अभी भी गोपनीय रखा गया है। लेकिन इसको लेकर कुछ जानकारियाँ सामने आई हैं, जिसके तहत यह माना जा रहा है कि कंपनी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLMs) डेवलपर्स और उनके ग्राहकों की मदद के लिहाज से एक सॉफ्टवेयर का निर्माण कर रही है।
अगर यह सच साबित होता है तो यह पराग के लिए एक बड़ा दांव होगा, क्योंकि हाल के दिनों में OpenAI के ChatGPT जैसे लार्ज लैंग्वेज मॉडल तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। ऐसे में पराग अग्रवाल का यह नया स्टार्टअप भी इस अवसर को पूरी तरह भुनाने की कोशिश करता नजर आ सकता है।
पराग अग्रवाल का व्यापक अनुभव
इस बात में कोई शक नहीं है कि पराग अग्रवाल के पास उपलब्ध अनुभव भी इस स्टार्टअप को सफल बनाने में मददगार साबित हो सकता है। पराग साल 2021 से 2022 तक सीईओ के रूप में ट्विटर (अब X) का नेतृत्व कर चुके हैं।
वह साल 2011 में ट्विटर से जुड़े थे, जिसके बाद वह पहले कंपनी के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (सीटीओ) बने। और नवंबर 2021 में ट्विटर के संस्थापक और सीईओ जैक डोर्सी के पद छोड़ने के बाद, उन्हें सीईओ पद के लिए चुना गया था।
बतौर सीटीओ अपने कार्यकाल के दौरान पराग अग्रवाल ने ट्विटर की तकनीकी रणनीति, एआई और मशीन लर्निंग क्षमताओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब देखना यह है कि पराग कब अपने इस नए एआई स्टार्टअप से पूरी तरह पर्दा उठाते हैं?