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गुजरात पुलिस ने ‘पैराग्लाइडिंग’ के जरिए शुरू की निगरानी, वीडियो यहाँ देखें! 

गुजरात पुलिस ने ‘पैराग्लाइडिंग’ के जरिए शुरू की निगरानी, वीडियो यहाँ देखें! 

  • जूनागढ़ में Lili Parikrama के दौरान निगरानी के लिए गुजरात पुलिस ने 'पैराग्लाइडिंग' का इस्तेमाल किया।
  • लिली परिक्रमा में 15 लाख भक्तों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है।
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Gujarat Police Uses Paragliding For Surveillance: फिलहाल सोशल मीडिया पर गुजरात पुलिस का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें प्रदेश की पुलिस ‘पैराग्लाइडिंग’ के जरिए क़ानून व्यवस्था पर निगरानी रखती नजर आ रही है। यह कोई डीपफेक (Deepfake) या एआई जनरेटेड वीडियो नहीं है, बल्कि गुजरात पुलिस द्वारा साझा किया गया वास्तविक वीडियो है।

यह असल में गुजरात पुलिस द्वारा जूनागढ़ में लिली परिक्रमा (Lili Parikrama) के दौरान निगरानी और भीड़ नियंत्रण के लिए अपनाई गई एक नई रणनीति का हिस्सा है।

जी हाँ! पुलिस ने इस लोकप्रिय पवित्र कार्यक्रम में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए ‘पैरामॉनिटरिंग’ का इस्तेमाल किया। बता दें जूनागढ़ में गिरनार  लिली परिक्रमा का आयोजन 23 नवंबर से शुरू हुआ और इसमें 15 लाख भक्तों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। ऐसे में सुरक्षा एक अहम मुद्दा बन जाती है, जिसको देखते हुए यह कदम उठाया गया।

Gujarat Police Uses Paragliding, Watch Here!

इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए, गुजरात पुलिस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से ‘पैरामॉनिटरिंग’ के दौरान कैद किए गए शानदार विहंगम दृश्य और निगरानी संबंधित फुटेज शेयर किए।

वैसे सोशल मीडिया पर इससे संबंधित और भी कई वीडियो साझा किए जा रहे हैं, जिन्हें आप नीचे देख सकते हैं;

Lili Parikrama के बारे में!

गिरनार गुजरात का सबसे ऊँचा पर्वत है, जो जूनागढ़ शहर से 6 किलोमीटर दूर स्थित है। गिरनार लिली परिक्रमा गुजरात के जूनागढ़ में आयोजित किया जाने वाला एक वार्षिक धार्मिक कार्यक्रम है। यह देवउठनी एकादशी से शुरू होकर पांच दिनों तक चलता है और कार्तिक पूर्णमासी के साथ समाप्त होता है।

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इस आयोजन के दौरान परिक्रमा या हरित प्रदक्षिणा में भाग लेने के लिए दुनिया भर से हिंदू तीर्थयात्री आते हैं। इस परिक्रमा मार्ग की कुल दूरी 36 किलोमीटर की है, जो घने जंगल से होकर भी गुजरती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पांडवों ने कुरुक्षेत्र में युद्ध जीतने के बाद भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहां परिक्रमा की थी।

दिलचस्प रूप से परिक्रमा के दौरान आपको विभिन्न पवित्र स्थानों और मंदिरों जैसे पर्वत चोटियों, गोरखनाथ, अंबामाता औघड़ गुरु दत्तात्रेय, भीम कुंड, शिव कुंड आदि के दर्शन का भी मौका मिलता है।

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