संपादक, न्यूज़NORTH
Chandrayaan-3 LIVE Landing, Watch Here! – यह बताने की जरूरत नहीं है कि रूस के चंद्रमा मिशन लूना-25 (Luna-25) के क्रैश होने के बाद अब देश-दुनिया सभी की निगाहें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के ‘मून मिशन’ यानी “चंद्रयान-3” (Chandrayaan-3) पर टिकी हुईं हैं।
भारत और देश की प्रतिष्ठित अंतरिक्ष एजेंसी इसरो, एक नया इतिहास रचने से कुछ ही घंटे दूर है। एक बार दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग करवाने में सफल होने के बाद,भारत दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन जाएगा।
लेकिन इसके साथ ही वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह सफलता अंतरिक्ष व चंद्रमा से जुड़ी कई पहेलियों का जवाब तलाशने में भी मददगार साबित होगी।
देश के चंद्रयान-3 मिशन का सबसे अहम पड़ाव – चाँद की सतह पर लैंडर ‘विक्रम’ की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में अब कुछ समय शेष है। इसरो द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, लैंडर चंद्रमा की सतह पर 23 अगस्त 2023 को 18:04 IST (या शाम 6:04) बजे तक उतारा जाएगा।
साथ ही इसरो ने ये भी साफ कर दिया है कि यदि किसी भी तकनीकी समस्या आदि चुनौतियाँ सामने आती हैं तो ऐसे में लैंडिंग को टाल दिया जाएगा और फिर 27 अगस्त को वापस से लैंडिंग की कोशिश की जाएगी।
Chandrayaan-3 LIVE Landing, Watch Here!
आपको बता दें, देश व समस्त दुनिया 23 अगस्त की को शाम 5 बजकर 20 मिनट से ही मुफ्त में इसरो के चंद्रयान-3 मिशन के तहत लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया को लाइव देख सकती है। आप अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हुए भी चंद्रयान-3 की लैंडिंग के गौरवपूर्ण क्षण के साक्षी बन सकते हैं।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग का रियल टाइम में अपने फोन पर लाइव प्रसारण देखने के लिए आप इसरो की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पर जा सकते हैं। लाइव प्रसारण 23 अगस्त को शाम को 5.20 बजे से ही शुरू हो जाएगा।
अगर आप इसको मिस नहीं करना चाहते हैं तो इसके लिए इसरो के आधिकारिक यूट्यूब चैनल – @isroofficial5866 पर जाकर नोटिफिकेशन का विकल्प चुन सकते हैं। हम आपको यहाँ भी एक लाइव स्ट्रीम विकल्प प्रदान कर रहे हैं;
चंद्रयान 3 का अब तक का सफर
आपको बता दें भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी, ISRO ने अपने मून मिशन, चंद्रयान-3 को 14 जुलाई 2023 को लॉन्च किया था, जिसके कुछ दिनों बाद तक यह पृथ्वी की कक्षा के चक्कर लगा रहा था।
इसके बाद लगभग 5 अगस्त को लूनर ऑर्बिट इजेक्शन (LOI) के माध्यम से चंद्रमा की कक्षा (ऑर्बिट) की ओर बाधा और मैन्युवर का इस्तेमाल करते हुए, ऑर्बिट बदले व चक्कर लगाता रहा। अपने अगले चरण में 16 अगस्त को ही चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की कक्षा में अपना पांचवां मैन्युवर पूरा किया और कुछ घंटो बाद लैंडर ‘विक्रम’ अंतरिक्ष यान से हो गया।
इसके बाद दो चरणों में डी-बूस्टिंग की प्रक्रिया पूरी करते हुए, लैंडर को चंद्रमा की सतह से अधिक से अधिक नज़दीक लाने की कोशिश की गई। अब उम्मीद यही है कि 23 अगस्त तक भारत का लैंडर चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग करता नजर आएगा।