संपादक, न्यूज़NORTH
Twitter or ‘X’ Started Ad Revenue Program in India: एलन मस्क के मालिकाना हक वाले माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, ‘Twitter’ या ‘X’ ने अब भारत समेत अन्य देशों में भी अपने ‘मॉनिटाइजेशन’ या कहें तो ‘ऐड रेवेन्यू’ प्रोग्राम का आगाज कर दिया है।
आपको बता दें मस्क ने पिछले महीनें ही अधिक से अधिक क्रीएटर्स को प्लेटफॉर्म की ओर आकर्षित करने के मकसद के साथ इस प्रोग्राम का ऐलान किया था। इसके बाद कुछ ही हफ़्तों पहले चुनिंदा क्रीएटर्स के साथ इस ‘ऐड रेवेन्यू प्रोग्राम’ की शुरुआत भी कर दी गई थी। इस दौरान कुछ क्रीएटर्स ने ट्विटर से मिली कमाई के स्क्रीनशॉट भी प्लेटफॉर्म पर साझा किए थे।
लेकिन आखिरकार! इंतज़ार को खत्म करने हुए अब कंपनी ने भारत समेत अन्य कई देशों में इस प्रोग्राम का विस्तार कर दिया है। इस बात की जानकारी X (उर्फ Twitter) ने अपने आधिकारिक अकाउंट से किए गए ट्वीट के माध्यम से दी।
Twitter Ad Revenue Program in India: कंपनी ने दी जानकारी
कंपनी ने बताया,
“ऐड रेवेन्यू शेयरिंग स्कीम को वैश्विक रूप से एलिजिबल क्रिएटर्स के लिए लाइव कर दिया गया है। इसके तहत पेमेंट हासिल करने के लिए उन्हें मॉनिटाइजेशन सेटिंग में जाना होगा।”
“हमारा मक़सद है कि कमाई के लिहाज से X क्रिएटर्स के लिए सबसे बेहतर ऐप बन सके। और इस दिशा में यह हमारा पहला कदम है।”
Today is the day: Ads Revenue Sharing is now live for eligible creators globally.
Set up payouts from within Monetization to get paid for posting.
We want X to be the best place on the internet to earn a living as a creator and this is our first step in rewarding you for your…
— X (@X) July 28, 2023
कौन उठा सकेगा लाभ?
यह तो अब तक सामने आ चुका है कि X के ऐड रेवेन्यू प्रोग्राम के तहत क्रिएटर्स को उनके पोस्ट के रिप्लाई सेक्शन में दिखाए गए विज्ञापनों का का ही एक हिस्सा दिया जाता है।
लेकिन इसके लिए कंपनी ने कुछ शर्तें तय की हैं। सबसे पहले तो प्रोग्राम का लाभ वही क्रीएटर्स ले सकेंगे जिन्होंने ब्लू सब्सक्रिप्शन ख़रीदा होगा। और पिछले तीन महीने के भीतर उनके कुल ट्वीट्स पर कम से कम 1.5 करोड़ इंप्रेशंस होंगे। साथ ही उन क्रिएटर्स के 500 से अधिक फॉलोअर्स होने की भी शर्त इसमें शामिल हैं।
दिलचस्प बात ये है कि विज्ञापन पर वही व्यूज़ काउंट होंगे जो वेरिफ़ाईड यूजर्स द्वारा प्राप्त होंगे। मतलब क्रीएटर्स खुद वेरिफ़ाईड होना चाहिए और साथ ही साथ उन्हें उसी व्यूज़ के पैसे मिलेंगे, जो वेरिफ़ाईड दर्शकों से प्राप्त होंगे। कंपनी ने इसके पीछे बॉट व्यूज़ से रोकथाम को वजह बताया था।
वहीं हाल में अपना पारंपरिक Logo बदलने वाली इस कंपनी ने प्रोफाइल पेज व्यूज के हिसाब से भी ऐड रेवेन्यू देने की बात कही है। यह तब सामने आया जब एलन मस्क (Elon Musk) ने एक यूजर के ट्वीट पर अपना रिप्लाई दिया।