संपादक, न्यूज़NORTH
Google introduces Passkey: आज इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ ही आज लोगों के लिए तमाम तरीके के पासवर्ड को याद रखना भी एक मुसीबत बन गया है। लेकिन अब आपको इस परेशानी से जल्द मुक्ति मिलने जा रही है।
जी हाँ! टेक दिग्गज गूगल (Google) ने अब यह फैसला किया है कि वह लोगों के लिए गूगल अकाउंट्स के पासवर्ड को याद रखने जैसी मुश्किलों को खत्म करेगा। यही वजह है कि कंपनी ने अब Passkeys नामक फीचर पेश किया है।
जैसा हमनें आपको बताया, इस फीचर के साथ अब गूगल यूजर्स को अपने जीमेल (Gmail), यूट्यूब (Youtube) या एंड्रॉइड (Android) अकाउंट में लॉग-इन करने के लिए पासवर्ड की जरूरत नहीं होगी। इसके बजाए उपयोगकर्ता Passkeys का इस्तेमाल कर सकेंगे।
इसके लिए यूजर्स को अपने गूगल अकाउंट के लिए एक Passkey बनानी होगी, जिसके बाद उस अकाउंट में लॉग-इन करते वक्त कभी ‘पासवर्ड’ या ‘टू-स्टेप वेरिफिकेशन’ की आवश्यकता नहीं होगी।
क्या है Google Passkey?
आप गूगल Passkey को कुछ ऐसे समझ सकते हैं कि जैसे आप अपने फोन पर लॉग-इन करने के लिए पिन (PIN) या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन – जैसे फिंगरप्रिंट या फेस आईडी का इस्तेमाल करते हैं, ठीक वैसे ही अब इनका इस्तेमाल गूगल अकाउंट्स में लॉग-इन करने के लिए भी किया जा सकेगा।
Passkey के साथ लॉग-इन करते समय किसी भी प्रकार के पासवर्ड, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) या एसएमएस (SMS) वेरिफिकेशन की कोई ज़रूरत नहीं होगी।
दिलचस्प रूप से, अगर आप इस नए फीचर के तहत पिन या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के जरिए गूगल अकाउंट में लॉग-इन करने का विकल्प चुनते हैं, तो यह बायोमेट्रिक डेटा गूगल या किसी अन्य थर्ड पार्टी के साथ साझा नहीं किया जाएगा। यह डेटा सिर्फ आपकी डिवाइस में ही मौजूद रहेगा।
गूगल अकाउंट्स के लिए Passkeys पात्र डिवाइसों में स्टोर होंगी, जिसमें iOS 16 या इसके आगे के वर्जन पर चलने वाले iPhones और Android 9 या इसके बाद के वर्जन पर चलने वाले स्मार्टफोन शामिल हैं।
इसके साथ ही फीचर को इन ऑपरेटिंग सिस्टम के तहत चलने वाले अन्य डिवाइसों में इस्तेमाल करने के लिए iCloud या Dashlane और 1Password जैसे पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सुविधा अगले साल की शुरुआत तक पेश की जा सकती है।
गूगल Passkeys क्यों हैं अधिक सुरक्षित?
जाहिर है कंपनी ने ये नया फीचर लोगों के लिए लॉग-इन प्रक्रिया को आसान बनाने के साथ ही साथ अधिक सुरक्षित बनाने के मकसद के साथ पेश किया है।
जैसा हमनें आपको बताया कि Passkeys में इस्तेमाल पिन या बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन डेटा ना ही गूगल और ना ही किसी अन्य थर्ड पार्टी से साझा किया जाएगा। और इसलिए फीचर के तहत ऐसा कोई पासवर्ड भी नहीं होगा, जिसे फिशिंग अटैक आदि के लिए साइबर हमलावर इस्तेमाल कर सकें। इस प्रकार आप ऑनलाइन साइबर अटैक, धोखाधड़ी आदि से भी बच सकेंगे।
Passkey for Google Accounts: कैसे करें इस्तेमाल?
गूगल अकाउंट में Passkey सेट करने के लिए सबसे पहले उपयोगकर्ता पहले g.co/passkeys पर जाकर, वहाँ दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।
गौर करने वाली बात ये भी है, यूजर्स गूगल अकाउंट में एक बार Passkey एक्टिव करने के बाद, इसे कभी भी हटा भी सकते हैं। इसके लिए यूजर्स अपने गूगल अकाउंट में जाकर, सेटिंग्स में विकल्प के तहत दिए गए Passkey को रीमूव कर सकते हैं।
Gmail starts rolling out blue verified checkmarks for senders
इस बीच गूगल से जुड़ी एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। कंपनी ने यह ऐलान किया है कि जीमेल (Gmail) अब ईमेल की प्रामाणिकता को दर्शाने के लिए, सेंडर (Sender) के नाम के आगे एक ‘ब्लू टिक’ (Blue Tick) शो करेगा। यह सुविधा के तहत प्रेषक (Sender) और प्राप्तकर्ता (Receiver) दोनों प्रभावित होंगे।
यह वेरिफिकेशन टिक उन व्यवसायों के लिए उपलब्ध होगा जिन्होंने Gmail में Brand Indicators for Message Identification (BIMI) की सुविधा को अपनाया होगा। इसके तहत कंपनियों के नाम के आगे एक ब्लू टिक नजर आने लगेगा, जो अंतिम उपयोगकर्ताओं के इनबॉक्स में भी दिखाई देगा। इसके लिए उपयोगकर्ता को सेटिंग्स में कोई बदलाव करने की जरूरत नहीं होगी।
यह सुविधा Google Workspace के सभी ग्राहकों के साथ-साथ पुराने G Suite Basic और Business ग्राहकों के लिए उभी पलब्ध है। साथ ही व्यक्तिगत गूगल अकाउंट्स वाले उपयोगकर्ता भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें, यह फीचर 3 मई, 2023 से रोल आउट किया जाने लगा है, जो अगले तीन दिनों में पूरा हो जाएगा।