संपादक, न्यूज़NORTH
Facebook Takes Down 3 Crore Content Pieces: भारत में नए आईटी नियमों के तहत अब सोशल मीडिया दिग्गज़ कंपनियों ने अपनी मासिक रिपोर्ट प्रकाशित करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। और अब गूगल (Google) के बाद इसमें एक और बड़ा नाम जुड़ा है, फेसबुक (Facebook) का।
Facebook द्वारा पेश की गई इस रिपोर्ट में सामने आया है कि कंपनी ने देश में 15 मई से 15 जून के दौरान 10 उल्लंघन संबंधित कैटेगॉरी में 30 मिलियन (3 करोड़) से अधिक कंटेंट/पोस्ट पर कार्यवाई करने का काम किया है।
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वहीं 15 मई से 15 जून के बीच Facebook के ही मालिकाना हक़ वाले इंस्टाग्राम (Instagram) ने रिपोर्ट में कुल 9 कैटेगॉरी में लगभग 2 मिलियन (10 लाख) पोस्ट पर कार्रवाई करने की पुष्टि की है।
Facebook “Actioned” over 3 Crore Content Pieces
आप शायद जानना चाहतें हो कि भला किसी कंटेंट या पोस्ट पर “कार्रवाई” (Action) लेने का क्या मतलब है? असल में इसका सीधा सा मतलब है कि प्लेटफ़ॉर्म के नियमों का पालन ना करने वाले किसी भी तरीक़े के कंटेंट – पोस्ट, फोटो, वीडियो या कॉमेंट आदि को प्लेटफ़ॉर्म से हटा देना या फिर किसी सेन्सिटिव पोस्ट आदि को ‘चेतावनी’ जैसे किसी टैग से चिन्हित कर देना।
इस बीच Facebook ने जिन कैटेगॉरी में कंटेंट हटाए गए, उनमें स्पैम से संबंधित कंटेंट (25 मिलियन), हिंसक और ग्राफिक कंटेंट (2.5 मिलियन), वयस्क नग्नता और यौन गतिविधि कंटेंट (1.8 मिलियन), अभद्र भाषा (3,11,000), बदमाशी और उत्पीड़न (1,18,000), आत्महत्या और आत्म-चोट (5,89,000), खतरनाक संगठन और व्यक्ति: आतंकवादी प्रचार (1,06,000), और खतरनाक संगठन और व्यक्ति: संगठित नफरत (75,000) आदि शामिल रहे।
वहीं Instagram ने इस कैटेगॉरी में कंटेंट पर ‘कार्रवाई’ करने की बात कही, उनमें आत्महत्या और आत्म-चोट से संबंधित कंटेंट (6,99,000), हिंसक और ग्राफिक कंटेंट (6,68,000), वयस्क नग्नता और यौन गतिविधि (4,90,000), बदमाशी और उत्पीड़न (1,08,000), अभद्र भाषा (53,000), खतरनाक संगठन और व्यक्ति शामिल हैं: आतंकवादी प्रचार (5,800), और खतरनाक संगठन और व्यक्ति: संगठित नफ़रत (6,200) शामिल रहे।
वहीं Facebook के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन सुरक्षित रखने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने और साथ ही उन्हें प्लेटफॉर्म पर खुद को स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम बनाने के लिए सालों से लगातार तकनीक, प्रॉसेस आदि में निवेश किया है।
कंपनी के अनुसार वह पॉलिसी उल्लंघन संबंधित कंटेंट की पहचान और उसकी समीक्षा करने के लिए आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स (AI) आदि जैसी नई तकनीकों का भी सहारा लेती है।
बता दें Facebook अपनी अगली रिपोर्ट 15 जुलाई को प्रकाशित करेगा जिसमें वह WhatsApp को लेकर भी ऐसी हाई विस्तृत जानकारियाँ शेयर करेगा।
Google की ही तरह कंपनी ने भारत के नए IT Rules से संबंधित अपनी पहली रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के बाद ये कहना नहीं भुला कि आगामी रिपोर्ट्स में वह और भी अधिक विस्तृत जानकारियों और सुधारों के साथ अपने पारदर्शिता प्रयासों को व्यक्त करती नज़र आएगी।
भारत के नए आईटी नियमों के तहत 50 लाख से अधिक यूज़र्स वाले सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को हर महीनें एक कम्प्लाइयन्स रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी, जिसमें उन्हें महीनें भर में प्राप्त शिकायतों और उन पर कंपनी द्वारा की गई कार्यवाई की जानकारी देनी होगी।
Google की पैरेंट कंपनी Alphabet Inc ने अपनी पहली ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट (Transparency Report) पेश करते हुए बताया था कि गूगल को 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक की अवधि में भारत के भीतर व्यक्तिगत यूज़र्स से कुल 27,762 शिकायतें प्राप्त हुईं।