संपादक, न्यूज़NORTH
Paytm IPO Plan: भारत के फ़िनटेक क्षेत्र में पेटीएम (Paytm) सबसे शुरुआती और बड़े नामों में गिना जाता है। और अब पेटीएम देश के बाज़ार में फिर से एक बड़ी सुर्ख़ियाँ बटोर रहा है, वो अपने आगामी आईपीओ (IPO) को लेकर। ख़बरों के मुताबिक़ ये देश में किसी कंपनी द्वारा दायर किया गया अब तक का सबसे बड़ा IPO हो सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) इस साल नवंबर (यानि दिवाली) के क़रीब देश का सबसे बड़ा IPO लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
Paytm IPO: पेटीएम हासिल कर सकता है 3 बिलियन डॉलर की फ़ंडिंग
असल में ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की मानें तो Paytm जल्द ही $3 बिलियन (लगभग ₹22,000 करोड़) का निवेश हासिल करने हुए IPO लॉन्च करने का ऐलान कर सकता है। पर दिलचस्प ये है कि इतने भारी निवेश के साथ ही कंपनी की वैल्यूएशन भी $25 बिलियन से $30 बिलियन (लगभग ₹1.80 लाख करोड़ से ₹2.20 लाख करोड़) तक पहुँचने का अनुमान जताया जा रहा है।
ग़ौर करने वाली बात ये है कि रिपोर्ट में इस बात का ज़िक्र भी किया गया है कि 28 मई को पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यिनिकेशंस (One97 Communications) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स एक बैठक कर सकते हैं, जिसमें कंपनी के IPO प्लान को मंजूरी दी जा सकती है।
जानकारी के लिए बता दें कि Paytm के निवेशकों की लिस्ट में दुनिया के कुछ सबसे बड़े निवेशक शामिल हैं, जिसमें Warren Buffet की कंपनी Berkshire Hathaway Inc., जापान की इंवेस्टमेंट कंपनी SoftBank Group और चीनी दिग्गज़ Alibaba की इकाई Ant Group का नाम शुमार है।
माना ये जा रहा है कि IPO के साथ ही कंपनी की प्रोमोटर्स और मौजूदा निवेशकों की लिस्ट में से कुछ कम्पनियाँ अपनी हिस्सेदारी बेचने की पेशकश करते हुए एग्जिट ले सकती हैं।
पेटीएम आईपीओ के लिए चुने गए संभावित ‘इन्वेस्टमेंट बैंकर्स’ और ‘लॉ कंपनियाँ’
वहीं रिपोर्ट के मुताबिक़ Paytm ने IPO को लेकर काम शुरू करने के लिए कुछ इन्वेस्टमेंट बैंकों और वकीलों को पहले ही नियुक्त कर दिया है।
खबर ये आ रही है कि इन बैंकों में जहाँ मोर्गन स्टेनली (Morgan Stanley), सिटीग्रुप (City Group), जेपी मोर्गन (JP Morgan) आदि का नाम है, वहीं IPO के लिए क़ानूनी सलाहकार के रूप में खेतान (Khaitan) फ़र्म काम करती नज़र आ सकती है।
ज़ाहिर है अभी चीज़ों को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, इसलिए कहा ये जा रहा है कि IPO प्रक्रिया के शुरुआती रूप, शेयर बिक्री के विवरण, कंपनी कितना पैसा जुटाएगी और कौन से निवेशक अपना कितना शेयर बेचेंगे, इन सभी पहलुओं पर अभी विचार किया जा रहा है।
आईपीओ को लेकर सेबी के नियम
चलिए आपको इस बीच भारत के मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के आईपीओ (IPO) संबंधित एक दिलचस्प नियम के बारे में बता देते हैं। असल में SEBI के नियमों के अनुसार IPO दायर करने वाली कंपनी को पहले 2 साल में 10% हिस्सा पब्लिक करना होता है और फिर कंपनी को अगले 5 साल में इसको 25% करना होगा।
मतलब साफ़ है कि IPO दायर करने के कुछ सालों बाद, प्रमोटर्स कंपनी में ज्यादा से ज्यादा 75% हिस्सा ही अपने पास रख सकते हैं।