संपादक, न्यूज़NORTH
InMobi के मालिकाना हक़ वाले स्मार्टफोन लॉक स्क्रीन ऐप Glance को Google और मौजूदा निवेशक Mithril Capital से $145 मिलियन का निवेश हासिल हुआ है। आपको बता दें Google इसके पहले आज ही Dailyhunt में भी निवेश कर चुका है। लेकिन अभी ये साफ़ नहीं हो सकता है कि Google का यह निवेश क्या उसके द्वारा भारत के लिए बनाए गए हाल के फ़ंड के तहत किया गया है या नहीं?
आपको बता दें Glance असल में तेजी से बढ़ते वीडियो-शेयरिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Roposo की ही पैरेंट इकाई है। कंपनी मुख्य रूप से एंड्रॉइड स्मार्टफोन की लॉक स्क्रीन पर अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगु और बहा सहित कई भाषाओं में AI संचालित सामग्री प्रदान करने की सहूलियत देती है।
आपको बता दें एक दावे के मुताबिक़ इसके 115 मिलियन दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं जो प्रति दिन 25 मिनट का समय इसके ऐप पर देते हैं।
नए निवेश के बाद अब कंपनी का कहना है कि वह Glance और Roposo में अपनी AI क्षमता को और बेहतर बनाने के लिए तकनीकी टीम का विस्तार करेगी और प्लेटफॉर्म पर नयी सेवाएं लॉन्च करने के साथ ही ब्रांड को और मजबूत कर वैश्विक बाजारों का भी रूख करने की कोशिश करेगी।
इस बात में कोई शक नहीं है कि भारतीय बाजार यह ऐप बेहद लोकप्रिय है। दिलचस्प यह है कि ये ऐप उपयोगकर्ता की रुचि के आधार पर सामग्री भी प्रदान करता है।
प्लेटफ़ॉर्म में कई भाषाओं के साथ ही शैलियों की भी एक विस्तृत श्रृंखला देखने को मिलती है, और उपयोगकर्ता अपनी अपनी रुचि के अनुसार उसका चुनाव कर सकते हैं। इसकी AI क्षमताओं के चलते उपयोगकर्ताओं को उनकी पसंद की सामग्री, प्रोडक्ट व अन्य सेवाएँ लॉक स्क्रीन पर ही मिल जाती हैं।
वहीं बात करें Roposo की तो भारत में TikTok के बैन के बाद से ही यह शॉर्ट वीडियो मेकिंग प्लेटफॉर्म तेज़ी से लोकप्रिय हुआ है। प्लेटफ़ॉर्म पर आपको 10 से अधिक भाषाओं में कई तरह का कंटेंट मिलता है।
इस बीच कंपनी ने कहा कि Google Play Store पर एप्लिकेशन को 100 मिलियन बार डाउनलोड किया गया है और इसके 33 मिलियन मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं जो रोजाना 20 मिनट ऐप में बिताते हैं।
इस बीच Google के वीपी, सीज़र सेनगुप्ता ने Glance द्वारा प्रदान की जाने वाली सामग्री की प्रशंसा करते हुए कहा,
“Glance भारत की कई स्थानीय भाषाओं में मोबाइल-फ़र्स्ट और मोबाइल-ओनली उपयोग के लिहाज़ से बेहद शानदार इनोवेशन है। अभी भी बहुत से भारतीयों को पढ़ने व आदि सेवाओं के लिए कंटेंट खोजने में परेशानी होती है, ख़ासकर अपनी भाषा में। लेकिन यह उसको बेहद आसान बनाता है। यह निवेश असल में एक तेज़ी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था के निर्माण के लक्ष्य में भारत में इनोवेशन का समर्थन करने की हमारी कोशिशों को दर्शाता है, जो सभी के लिए फ़ायदेमंद है।”