संपादक, न्यूज़NORTH
इस बात में कोई शक नहीं कि देश और दुनिया भर में लोगों के लिए यह एक मुश्किल समय चल रहा है। लेकिन कहतें हैं न मुश्किल वक़्त में इंसान का सबसे बेहतर रूप सामने आता है।
और शायद अब यह नज़र भी आने लगा है। दरसल COVID-19 महामारी के साथ सामाजिक और आर्थिक लड़ाई में अब सरकारों और एजेंसियों के साथ ही साथ समाज की मदद के लिए कई शख्सियतें भी सामने आने लगीं हैं।
और इसी श्रृंखला में एक नया नाम जुड़ा है Paytm के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा का। दरसल कल एक ऐलान में विजय ने वायरस के प्रकोप के बीच उद्योग के बुरी तरह प्रभावित होने और कारोबार में बढ़ रहे संघर्ष के चलते अपने दो महीनों का वेतन छोड़ने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस पैसे का इस्तेमाल कंपनी के कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए किया जाएगा जो इस आर्थिक मंदी के चलते सबसे अधिक प्रभावित हो रहें हैं।
असल में एक ट्वीट में विजय शेखर शर्मा ने कहा कि वह Marriott International के अध्यक्ष और सीईओ Arne Sorenson से प्रेरित थे, जिन्होंने पहले ही 2020 के बाकी महीनों में किसी भी प्रकार का वेतन न लेने और उनकी बाकी कार्यकारी टीम ने भी 50% तक वेतन में कटौती की घोषण की थी।
विजय ने Arne Sorenson के एक विडियो संदेश को री-ट्वीट करते हुए लिखा;
”यह संदेश 4:30 मिनट के बाद पूरी तरह से एक अलग रूप ले लेता है। मैं अपनी आँखों में आँसू नहीं रोक पाया। और Arne से प्रेरित होकर, मैंनें इस महीने और अगले महीने का अपना वेतन न लेने का मन बनाया है। मैं इन समय Paytm ऑफिस-हेल्प-स्टाफ की किसी भी जरूरत के लिए उस पैसे को इस्तेमाल करने का ऐलान करता हूँ।”
This message becomes totally somethings else after 4:30 mins. I just couldn’t hold tears in my eyes. Inspired by Arne, I will not take my salary of this month & next. I commit that money to any needs of @Paytm office-help-staff in these testing times. https://t.co/6s92dXME5G
— Vijay Shekhar Sharma (@vijayshekhar) March 20, 2020
दरसल यह कदम वर्तमान में उन्हीं कोशिशों का हिस्सा है, जिनके अंतर्गत तमाम कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन को प्रभावित न होने देने के प्रयास कर रहीं हैं। Uber से लेकर फूड-डिलीवरी प्लेटफॉर्म DoorDash और टेक दिग्गज Google सहित कई संगठनों ने अपने कर्मचारियों की मदद के लिए पैसे जुटाने के कई प्रयासों को बल दिया है।
आपको बता दें इससे पहले भारतीय एयर कैरियर IndiGo ने भी अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती की घोषणा की थी, जिसमें सीईओ रोनोजॉय दत्ता भी शामिल हैं, जो अपने वेतन में सबसे अधिक 25% तक की कटौती करेंगे। दरसल उड्डयन उद्योग की हालत मौजूदा समय में सबसे ख़राब मानी जा रही है, और ऐसे में ये कदम काफी अहम बन जाते हैं।
बता दें प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में ही आर्थिक संकट से निपटने के लिए एक टास्क फोर्स के गठन का ऐलान किया है, जिसका नेतृत्व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी।