संपादक, न्यूज़NORTH
दुनिया में शायद ही ऐसा कोई हो, जिसने Microsoft और इसके सह-संस्थापक बिल गेट्स का नाम न सुना हो? ख़ासकर भारत समेत दुनिया के अन्य बड़े देशों में ये दोनों नाम किसी परिचय के मोहताज़ नहीं हैं।
दरसल दुनिया की सबसे बड़ी और बेहतरीन टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक Microsoft आज के समय में इस क्षेत्र का एक सबसे बड़ा और भरोसेमंद नाम है। और कंपनी एक बार फ़िर से सुर्ख़ियों में है, लेकिन इस बार कारण है बिल गेट्स द्वारा कंपनी के बोर्ड से हटने का फ़ैसला।
जी हाँ! Microsoft को बनाने में एक सबसे अहम भूमिका निभाने वाले बिल गेट्स ने कंपनी के बोर्ड पद को छोड़ने का ऐलान कर दिया है। दरसल अब वह सिर्फ़ और सिर्फ़ वैश्विक रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में चैरिटी इत्यादि के जरिये योगदान करने के लिए अपना पूरा समय देना चाहतें हैं।
असल में दुनिया के टॉप अमीरों में शुमार बिल और उनकी पत्नी मेलिंडा मिलकर, दुनिया की सबसे बड़ी चैरिटी में से एक हैं ‘गेट्स फाउंडेशन’ का संचालन करते हैं। और यह फाउंडेशन दुनियाभर में स्वास्थ्य और जलवायु संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए अरबों के फंड का इस्तेमाल करने के लिए भी जाना जाता रहा है।
आपको याद दिला दें 2008 में बिल गेट्स ने Microsoft में अपने अधिकारिक कार्यकारी पद को छोड़ दिया था, हालाँकि 2014 तक वह बोर्ड के अध्यक्ष बने रहे। लेकिन उसके बाद से वह बोर्ड के सदस्य के रूप में ही कंपनी से जुड़े हुए थे।
इस बीच उनके इस फैसले पर Microsoft के मौजूदा सीईओ, सत्य नडेला ने कहा,
“यह एक शानदार सम्मान की बात है, कि हमें इतने सालों तक बिल गेट्स के साथ काम करने का मौका मिला और हमनें इन सालों में उनसे बहुत कुछ सीखा है।”
खबर यह भी है कि Microsoft बोर्ड से बिल गेट्स के जाने के साथ अब कंपनी बोर्ड में कुक 12 सदस्य ही रह जायेंगें, जिसकी जानकारी खुद कंपनी ने दी।
साथ ही यह भी बता दें कि बिल गेट्स ने वारेन बफेट के Berkshire Hathaway के बोर्ड से भी इस्तीफा दे दिया है, जहाँ वह 2004 से अपनी सेवाएं दे रहे थे।