संपादक, न्यूज़NORTH
अब स्पष्ट तौर से कोरोनावायरस (Covid 19) का असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नज़र आने लगा है। और ऐसे में भारत की पहले से ही मंद पड़ी अर्थव्यवस्था में भी इसकी मार देखी जाने लगी है।
और शायद यही कारण है कि अब भारत सरकार को देश में सबसे अधिक प्रभावित उद्योगों को लेकर चिंता सताने लगी है, और वह इसके हल तलाशने की कोशिशें कर रही है।
और ऐसे ही एक उपाय के तहत भारत सरकार का केंद्रीय तकनीकी मंत्रालय, देश में जरूरी सामानों के आभाव के चलते नुकसान में जा रही भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री की मदद के लिए अब चीन से इन सामानों को एयरलिफ्टि करने की योजना बना रहा है।
जरूरी भी है क्यूंकि जहाँ एक ओर भारत की आर्थिक वृद्धि बीते कुछ सालों में काफी कम रही है, वहीँ भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और विशेष रूप से स्मार्टफोन निर्माण उद्योगों ने पिछले 5 वर्षों में काफी तेजी पकड़ी है। और ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि सकारात्मक परिणाम देने वाली यह इंडस्ट्री किसी भी प्रकार से प्रभावित हो।
भारत में आज भी कई बड़ी कंपनियां प्रोसेसर, कैमरा मॉड्यूल जैसे कई जरूरी सामानों के लिए चीन पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं। और ऐसे में सरकार इन सामानों की आपूर्ति को सुचारू बनाये रखना चाहती है।
Reuters की एक रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय के मौजूदा अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन निर्माताओं को चीन में बने इन सामानों की एक लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है, जिसे सरकार द्वारा एयरलिफ्ट करवाया जा सके।
लेकिन ऐसे हालातों में यह साफ़ नज़र आने लगा है कि फ़िलहाल दुनियाभर में वैश्विक आपूर्ति चेन किस प्रकार से बुरी तरह प्रभावित हुई है। साथ ही यह भी पता चलता है कि किसी देश पर भारी निर्भरता, कोरोनावायरस जैसी स्थितियों में काफी नुकसान का कारण बन सकती है।
वहीँ सरकार के सूत्र ने Reuters को यह भी बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन से जुड़े आवश्यक सामानों के लिए, प्रौद्योगिकी मंत्रालय कई विमानन वाहक कंपनियों के साथ संपर्क में है।
इस बीच संभावित रूप से चीन में भारत इस एयरलिफ्टिंग के लिए Guangzhou और शंघाई जैसी जगहों को विकल्प के तौर पर देख सकता है। दरसल यह दो शहर वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण का हॉटस्पॉट माने जाते हैं। लेकिन हम आपको स्पष्ट कर दें कि अभी इस एयरलिफ्टिंग की तारीख से जुड़ी कोई भी खबर यह अटकलें सामने नहीं आई हैं।