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भ्रामक दावों को लेकर 3 UPSC कोचिंग संस्थानों पर CCPA ने लगाया ₹15 लाख का जुर्माना

भ्रामक दावों को लेकर 3 UPSC कोचिंग संस्थानों पर CCPA ने लगाया ₹15 लाख का जुर्माना

  • UPSC कोचिंग संस्थान अपने रिजल्ट को लेकर बच्चों को गुमराह कर रहे थे.
  • उपभोक्ता संरक्षण निकाय ने भ्रामक विज्ञापनों के लिए विभिन्न कोचिंग संस्थानों को 45 नोटिस जारी किए.
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CCPA fines 3 UPSC coaching institutes: केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने एक बार फिर कोचिंग संस्थानों के ऊपर फर्जी और भ्रामक जानकारी विज्ञापन देने की वजह से यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले कोचिंग संस्थानों के ऊपर सख्ती बरती है। CCPA ने UPSC परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले तीन बड़े नाम वाजीराव एंड रेड्डी इंस्टीट्यूट, स्टडीआईक्यू आईएएस और एज आईएएस के खिलाफ छात्रों को प्रभावित करने के लिए यूपीएससी (UPSC) की साल 2022 और 2023 की सिविल सेवा परीक्षाओं के रिजल्ट के संबंध में भ्रामक दावे करने के आरोप में दोषी ठहराया है। इस मामले में तीनों कोचिंग संस्थानों के ऊपर ₹15 लाख का जुर्माना लगाया गया है।

भविष्य में गुमराह न करने की चेतावनी (CCPA fines UPSC coaching) भी जारी

केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने यूपीएससी की 2022 और 2023 की सिविल सेवा परीक्षाओं के रिजल्ट्स के संबंध में मिसलिडिंग एड करने के लिए वाजीराव एंड रेड्डी इंस्टीट्यूट (Vajirao & Reddy Institute) और स्टडीआईक्यू आईएएस (StudyIQ IAS) पर 7-7 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जबकि एज आईएएस (Edge IAS) पर ₹1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इन कोचिंग संस्थानों को भविष्य में इस प्रकार से प्रवेश के लिए छात्रों को गुमराह करने वाले विज्ञापनों के लिए चेतवानी भी दी गई है।

UPSC में सफ़ल छात्रों के नाम उपयोग में लिए

उक्त तीनों कोचिंग संस्थानों के खिलाफ़ शिकायत मिल रही थी, कि यह सभी छात्रों को प्रभावित करने के लिए फर्जी और अधूरी जानकारी अपने विज्ञापनों में प्रकाशित कर रहे है। इस संबंध में मुख्य आयुक्त निधि खरे के नेतृत्व में सीसीपीए ने जांच में पाया कि संस्थानों ने जानबूझकर यह बात छिपाई कि उनके अधिकांश सफल उम्मीदवारों ने केवल इंटरव्यू मार्गदर्शन कार्यक्रमों में ही अपना नामांकन कराया था, वहां से प्रीलिम्स और मेंस परीक्षाओं की तैयारी नहीं की थी।

वाजीराव एंड रेड्डी इंस्टीट्यूट ने साल 2022 की परीक्षा में “933 में से 617 चयन” का दावा किया, जबकि स्टडीआईक्यू आईएएस ने 2023 में “120+ चयन” का एड निकाला। जांच से पता चला कि दोनों संस्थानों में सफल उम्मीदवारों में से अधिकांश ने केवल इंटरव्यू की तैयारी के कोर्स लिए थे। इससे यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों के बीच इन कोचिंग संस्थानों के कोर्सेस की प्रभावशीलता के बारे में भ्रामक धारणा बनी यानी छात्र को इस  तरीके से गुमराह किया गया था।

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गौरतलब हो, इससे पहले सीसीपीए ने कोचिंग संस्थान शुभ्रा रंजन आईएएस स्टडी सेंटर पर दो लाख रुपये का जुर्माना ललगाया था। सीसीपीए ने ये कार्रवाई भ्रामक विज्ञापन देने के मामले में की है। सीसीपीए ने यह जुर्माना यूपीएससी सीएसई 2023 के परिणाम के संबंध में भ्रामक दावों का विज्ञापन देने के लिए लगाया गया था। सीसीपीए भ्रामक विज्ञापनों के ज़रिए छात्रों को कोचिंग संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए आकृषित करने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ़ लगातार कार्रवाई कर रही है।

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