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एयर इंडिया की फ्लाइट का हाइड्रोलिक सिस्टम हुआ फेल, सरकार करेगी जाँच

एयर इंडिया की फ्लाइट का हाइड्रोलिक सिस्टम हुआ फेल, सरकार करेगी जाँच

  • बीच उड़ान में फ्लाइट का हाइड्रोलिक सिस्टम हुआ फेल
  • एयर इंडिया एक्सप्रेस घटना की जांच करेगा डीजीसीए
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Air India Trichy Flight Incident: त्रिची से शारजाह जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX613 में बीच हवा में ही एक बड़ी तकनीकी समस्या आ गई। लेकिन गनीमत ये रही कि पायलट्स के प्रयासों के चलते फ्लाइट की सफलतापूर्वक इमरजेंसी लैंडिंग करा ली गई। इस विमान में 141 यात्री सवार थे, जो गुरुवार की शाम को उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही हाइड्रोलिक सिस्टम में आई गड़बड़ी के चलते आपातकालीन स्थिति का सामना कर रहे थे।

बताया जा रहा है कि पायलट की सूझबूझ और त्रिची हवाई अड्डे पर तैनात अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया के कारण विमान की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित हो सकी। एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान IX613 ने गुरुवार शाम करीब 5:32 बजे त्रिची हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। कुछ समय बाद पायलट को विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी का पता चला।

बता दें, यह सिस्टम लैंडिंग गियर, ब्रेक्स, और विमान के अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके फेल होने के बाद विमान को कंट्रोल करना कठिन हो सकता है, जिससे सुरक्षित लैंडिंग में बड़ी दिक्कत आ सकती थी। उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही पायलट ने खराबी की जानकारी दी और इमरजेंसी लैंडिंग की तैयारी शुरू कर दी।

Air India Trichy Flight: कुछ इस तरह उतरा विमान

विमान को सुरक्षित लैंड कराने के लिए सबसे पहले उसमें मौजूद अतिरिक्त ईंधन को कम करने की प्रक्रिया शुरू की गई। असल में टेकऑफ के समय विमान में लंबी दूरी की उड़ान के लिए पर्याप्त ईंधन भरा जाता है, जो आपात स्थिति में लैंडिंग को मुश्किल बना सकता है। ईंधन के अधिक होने से विमान का वजन बढ़ जाता है, जिससे रनवे पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटना की आशंका रहती है। इस वजह से विमान ने त्रिची हवाई क्षेत्र में एक घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी ताकि ईंधन की खपत हो सके और वजन कम किया जा सके।

सामने आ रही जानकारी के अनुसार, सभी संभावनाओं पर गौर करते हुए त्रिची हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग के मद्देनजर सभी तैयारियां कर ली गई थीं। 20 से अधिक एंबुलेंस, 18 दमकल गाड़ियां और चिकित्सा सहायता के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई थीं। शाम 6:05 बजे विमान ने इमरजेंसी लैंडिंग की घोषणा की और रात 8:15 बजे विमान को सुरक्षित रूप से उतारा गया।

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इस दौरान हवाई अड्डे पर सभी विमानों की आवाजाही को भी रोक दिया गया था ताकि इमरजेंसी लैंडिंग में कोई बाधा न आए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने इस घटना के बाद एक आपात बैठक बुलाई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने त्रिची हवाई अड्डे पर तैनात आपातकालीन सेवाओं की सराहना की और विमान के पायलट और चालक दल की भी प्रशंसा की।

सरकार करेगी जाँच

घटना के बाद नागर विमानन मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को आदेश दिया है। DGCA यह पता लगाने की कोशिश करेगा कि विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी किस वजह से आई और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। वैसे मंत्रालय ने भी विमान के पायलट और त्रिची हवाई अड्डे पर मौजूद सभी अधिकारियों की तत्परता की तारीफ की।

इस पूरे घटनाक्रम में पायलट और विमान के चालक दल ने बड़ी सूझबूझ और धैर्य से काम लिया। उन्होंने विमान को हवा में नियंत्रित रखा और सुरक्षित तरीके से ईंधन कम करके लैंडिंग की। एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि ‘ऑपरेटिंग क्रू ने सावधानीपूर्वक लैंडिंग की और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी।’

 

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