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फ्रांस के बाद भारत में भी Telegram जांच के दायरे में? लग रहे तमाम आरोप

फ्रांस के बाद भारत में भी Telegram जांच के दायरे में? लग रहे तमाम आरोप

  • पहले फ्रांस और अब भारत में भी जांच?
  • कम नहीं हो रही Telegram की मुसीबतें
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Telegram Under Scrutiny in India: ऐसा लगता है कि यूरोप के बाद अब भारत में भी Telegram मैसेजिंग ऐप की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। असल में हाल ही में Telegram के CEO पावेल डूरोव की फ्रांस में हुई गिरफ्तारी के बाद मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने भी ऐप की जांच शुरू करने का संकेत दिया है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि सरकार यह जानना चाहती है कि क्या इस ऐप का उपयोग भारत में आपराधिक गतिविधियों के लिए तो नहीं हो रहा?

जी हाँ! Telegram पर हमेशा से ही कुछ ज़्यादा ही सुरक्षित होने के ख़तरों के संकेत मिलते रहे हैं। अक्सर तमाम लोग ऐप पर गैर-क़ानूनी गतिविधियों के संचालित होने के दावे करते आते हैं, जिसमें गैंबलिंग से लेकर तमाम चीजें शामिल हैं। इतना ही नहीं बल्कि प्रतिबंधित कंटेंट को शेयर करने के लिए भी कथित रूप से इस ऐप का खूब इस्तेमाल किए जाने की बात कही जाती रही है।

इन तमाम आरोपों और हाल में सीईओ की गिरफ़्तारी को देखते हुए अब ऐसा लगता है कि भारत सरकार भी Telegram को लेकर अधिक सतर्क हो गई है। MoneyControl की एक हालिया रिपोर्ट में उजागर हुआ है कि सरकार के संबंधित विभाग व एजेंसियाँ Telegram की जाँच शुरू कर सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि अगर जांच में ऐप नियमों का उल्लंघन या किसी गैर-क़ानूनी गतिविधियों में लिप्त मिलती है तो इसके ख़िलाफ़ देश में कठोर कार्यवाई भी की जा सकती है।

Telegram Under Scrutiny in India

रिपोर्ट बताती है कि भारत में इस जांच का नेतृत्व गृह मंत्रालय और मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी यानी MeitY के तहत काम करने वाली Indian Cybercrime Coordination Centre (I4C) कर सकती है। यह इसलिए भी दिलचस्प हो जाता है क्योंकि भारत में Telegram के पास लगभग 50 मिलियन का उपयोगकर्ता आधार बताया जाता है।

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यह ऐप देश भर के तमाम हिस्सों में काफी लोकप्रिय है। खासकर WhatsApp के प्राइवेसी पॉलिसी विवाद के बीच Telegram को तेजी से उपयोगकर्ताओं द्वारा अपनाया गया था। फिलहाल सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, जांच का फोकस ऐप के P2P कम्युनिकेशन पर होगा।

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इसका मतलब है कि ऐप के ज़रिए यूजर्स के बीच सीधे होने वाली बातचीत व मैसेजों की सुविधा को लेकर यह देखनें की कोशिश की जा सकती है कि कहीं गैर-क़ानूनी गतिविधियों के लिए भी इसका इस्तेमाल व्यापक पैमाने पर तो नहीं किया जा रहा है। जाहिर है एक बार जांच पूरी होने के बाद ही भारत में ऐप के भविष्य को लेकर कोई फ़ैसला लिया जा सकता है।

लेकिन फिलहाल Telegram पहले से ही फाउंडर और CEO पावेल की फ्रांस में हुई गिरफ्तारी के चलते जूझता दिखाई पड़ रहा है। आपको बता दें, कथित रूप से उन्हें ऐप के मॉडरेशन में ख़ामियों के चलते हो रही आपराधिक गतिविधियों को लेकर हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि एजेंसियों का मानना है कि मॉडरेशन की कमी ने ऐप पर अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दिया है।

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