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डिलीवरी प्लेटफॉर्म कर सकते हैं 10-12 लाख लोगों की भर्तियाँ – रिपोर्ट

डिलीवरी प्लेटफॉर्म कर सकते हैं 10-12 लाख लोगों की भर्तियाँ – रिपोर्ट

  • फेस्टिव सीजन में ई कॉमर्स, क्विक कॉमर्स जैसी कंपनियों को 10-12 लाख लोगों की जरूरत.
  • स्मार्टफोन और किफायती इंटरनेट ने ई-कॉमर्स कंपनियों को दूर-दराज के गांवों तक पहुंचा दिया.
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Delivery platform can recruit 10-12 lakh people: जल्द ही भारत में त्योहारों का सीजन शुरू हो जायेगा, एक के बाद एक त्योहार होने की वजह से उपभोक्ताओं के बीच इलेक्ट्रानिक आईटम से लेकर कई प्रकार की घरेलू आवश्यकताओं के साथ- साथ खान पान की वस्तुओं अन्य उपयोगी सामानों के लिए ई कॉमर्स कम्पनियों, क्विक कॉमर्स कंपनियां और फूड डिलीवरी जैसे प्लेटफॉर्म की आवश्कता किसी से छुपी नही है।

आज लोगों में ई कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से शॉपिंग करने का क्रेज बढ़ा है, वही फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के ज़रिए खाना ऑर्डर करना भी बेहद आसान हुआ है। इन प्लेटफार्मो की लोकप्रियता की वजह लोगों को बिना ट्रैफिक और भारी भीड़ वाले मॉल और बाजारों में जाएं बिना घर बैठे अपने सभी जरूरी समान उपलब्ध हो जाना बनी है।

ऐसे में ई कॉमर्स कंपनियों, क्विक कॉमर्स कंपनियां और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म की लगातार बाजार में डिमांड बढ़ रही है, इसके साथ ही इन कंपनियों को त्योहारों के सीजन में और ज्यादा ऑर्डर मिलने से ठीक समय में उचित डिलीवरी करने के लिए अधिक मैन पॉवर की आवश्कता पड़ती है। इसी स्थिति को देखते हुए जल्द भारत में मौजूद तमाम कंपनिया जल्द ही अपनी अपनी कंपनियों के लिए नए डिलीवरी बॉय और अन्य पदों मे नौकरियां निकाल सकती हैं।

जी हां! ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों को लाखों लोगों की जरूरत पड़ने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट और जेप्टो जैसी क्विक कॉमर्स कंपनियों में गिग वर्कर्स की डिमांड में 40 फीसदी की जबरदस्त तेजी आ सकती है। डिमांड बढ़ने से कंपनिया नई भर्तियां करेंगी, जिसके चलते नौकरी खोज रहे लोगों की तलाश पूरी हो सकती है।

10-12 लाख अतिरिक्त गिग वर्कर्स की जरूरत

फेस्टिव सीजन के दौरान ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स का उपयोग बढ़ जाता है, लोगों को लोकल दुकानों और बाजारों से कम कीमतों में घर बैठे क्विक कॉमर्स कंपनियों और ई-कॉमर्स कंपनियों सामन उपल्ब्ध करवाती है, फेस्टिव सीजन के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों की साल के दौरान सबसे ज्यादा सेल्स होती हैं।

ऐसे मे यह कंपनिया अपने उपभोक्ताओं को उचित समय में सही डिलीवरी देकर उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करके अपनी और अधिक आकर्षित करना चाहती है। इस प्रयास के चलते ओवरऑल होम डिलीवरी इकोसिस्टम में 10-12 लाख अतिरिक्त गिग वर्कर्स के शामिल होने की उम्मीद जताई (Delivery platform can recruit 10-12 lakh people) जा रही है।

E कॉमर्स और फ़ूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म में भी मांग बढ़ेगी

फेस्टिव सीजन अपने पीक पर होगा, उस समय ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म को लगभग 20 फीसदी ज्यादा गिग वर्कर्स को अपने साथ जोड़ने की जरूरत पड़ेगी, हालांकि अब तक तीनों सेगमेंट में क्विक कॉमर्स में मिल रही नौकरियां भले ही सबसे कम हों, लेकिन उसमें सबसे तेज ग्रोथ इसी में देखी जा रही है। आने वाले समय में क्विक कॉमर्स की डिमांड बढ़ने की संभावना के साथ प्रोडक्ट डिलीवरी करने वाले लोगों की मांग बढ़ेगी जिससे नई नौकरियां पैदा होने की बात कही जा रही है।

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वही दुसरी ओर क्विक कॉमर्स के बढ़ते उपयोग ने लोकल किराना स्टोर और बाजारों में दुकान चलाने वाले लोगों की मुसीबत को बढ़ाया है। कम कीमत और बिना किसी झंझट के घर बैठे अपना मन मुताबिक सामन खरीदने की सुविधा मिलने से लोगों का किराना दुकानों और स्थानीय बाजारों से मोह भंग हुआ है। जो क्विक कॉमर्स मॉडल ज्यादातर देशों में नाकाम हो चुका था, उसे भारत में गजब की सफलता मिली। जिससे स्थानीय दुकानदारों (Delivery platform can recruit 10-12 lakh people) के साथ- साथ भारत सरकार को भी चिंतित किया है।

 

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