intoxicating substance ganja in chocolate: चॉकलेट किसे नहीं पसंद है, बच्चों से लेकर जवान पुरुष से लेकर महिलाएं काफ़ी शौक के साथ इसे खाते है, तब नही इसका नाम चॉकलेट रखा गया है। इसका मीठा और अनोखा स्वाद इसे अन्य मीठे पदार्थों से अलग करता है, इसकी डिमांड भी ऐसी है कि यह किराना दुकान से लेकर मेडिकल स्टोर या अन्य प्रकार की शॉप में बड़ी आसानी से मिल जाता है, लेकिन तब क्या हो! जब इन चॉकलेट के माध्यम से नशे का कारोबार किया जाने लगें।
जी हां! गांजा तस्करों ने चॉकलेट के माध्यम से गांजा या नशा उपलब्ध करवाने का तरीका खोज निकाला है। जानकारी के मुताबिक़, हैदराबाद में पुलिस ने कुछ आकर्षक चॉकलेट की पैकेजिंग में कुछ चॉकलेट को जब्त किया था। इन चॉकलेट को आयुर्वेदिक दवाओं के नाम पर बेचा जा रहा था। इनमें गांजा की मौजूदगी थी, जिसके बाद पुलिस के कान खड़े हो गए।
उत्तरप्रदेश में ऐसी चॉकलेट का जखीरा
आयुर्वेदिक दवाओं के नाम “‘आयुर्वेदिक औषध'” नाम की यह चॉकलेट (दवा) उत्तरप्रदेश में कई दुकानों में मौजूद है, ऐसा पुलिस द्वारा जिस दुकान से चॉकलेट को जब्त किया गया है उसके मालिक द्वारा कहा गया। इसका उपयोग डायबिटीज के मरीज करते है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस मामले में एक संक्षिप्त रिपोर्ट में बताया कि, यूपी में बनी गांजा मिली चॉकलेट पुलिस ने पकड़ी यह हैदराबाद जा रही थी। साइबरबाद पुलिस ने रविवार (18 अगस्त 2024) को गुप्त सूचना के आधार पर पेटबाबशिराबाद की एक किराना दुकान से गांजा मिली चॉकलेट को जब्त किया है। 200 पैकेट की प्रत्येक 100ग्राम की एक चॉकलेट में 14 ग्राम गांजा मौजूद था।
उत्तर प्रदेश राजस्थान में गांजा मिली चॉकलेट का निर्माण
जब्त चॉकलेट में कई चीजें लिखी गई थी, जिसमें अपच और पेट खराब होने की स्थिति में खाने का सुझाव दिया गया था। जिस दुकानदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह बीते 6 महीनों से इन चॉकलेट को बेच रहा था।
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तेलंगाना पुलिस ने बीते दिनों पांच-छह अलग-अलग केस पकड़े, जिनमें गांजा चाकलेट के नाम पर नशीली गोलियां बेचने वाले पकड़े गए थे, उक्त सभी नशेली चॉकलेट के तार यूपी और राजस्थान से जुड़े होने की बात सामने आई थी। तेलंगाना नार्कोटिक्स ब्यूरो ने यूपी और राजस्थान में गांजा मिली चॉकलेट बनाने वाले कई लोगों की पहचान (intoxicating substance ganja in chocolate) की है।