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चूहामार दवा का छिड़काव, हॉस्टल में 19 से ज्यादा छात्रों की बिगड़ी तबीयत ICU में भर्ती, जानें पूरा मामला!

चूहामार दवा का छिड़काव, हॉस्टल में 19 से ज्यादा छात्रों की बिगड़ी तबीयत ICU में भर्ती, जानें पूरा मामला!

  • हॉस्टल में चूहामार दवा से 19 छात्रों को सांस लेने में दिक्कत.
  • तीन छात्रों की हालत गंभीर ICU में भर्ती.
students deteriorated due to rat poison

students deteriorated due to rat poison: हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही के चलते 19 से ज्यादा हॉस्टल के छात्रों की जान में बन आई है, मिली जानकारी के अनुसार, कर्नाटक के बेंगलुरु जिले के आदर्श नर्सिंग कॉलेज के छात्रावास में चूहेमार दवा का छिड़काव किया गया था, जिसके संपर्क में आने से हॉस्टल में रह रहें 19 के करीब छात्रों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। आनन फानन में सभी छात्रों को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहा उनका उपचार चल रहा हैं।

3 तीन छात्र की हालत गंभीर

चूहामार दवा का छिड़काव के बाद छात्रों के स्वास्थ्य में इतना गंभीर प्रभाव पड़ गया कि तीन छात्रों को आईसीयू में तक भर्ती करने की नौबत आ गई, जहा उन छात्रों का अब उपचार चल रहा है। घटना के संबंध में पश्चिम बंगलूरू के डीसीपी एस गिरीश ने बताया कि आदर्श नर्सिंग कॉलेज के छात्र छात्रावास में रविवार रात को चूहों को भगाने के लिए चूहामार दवा का छिड़काव किया गया था।

इसके बाद 19 छात्रों को सांस लेने में समस्या होने लगी। सभी को अस्पताल लाया गया। 19 छात्रों में से तीन गंभीर रूप से बीमार हैं। इनको आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। बाकी छात्र अब स्वस्थ हैं। चूहे मारने की दवा छिड़कने वाले हॉस्टल प्रबंधन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया (students deteriorated due to rat poison) जाएगा।

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इधर यूपी में 90 छात्रों की तबीयत बिगड़ने से हड़कंप

वही दुसरी ओर उत्तरप्रदेश के देवरिया के बरियारपुर क्षेत्र के मेहरौना स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई, जहा देखते ही देखते एक के बाद एक 90 छात्रों को स्वास्थ्य खराब होने के चलते अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। छात्रों की तबीयत बिगड़ने के पीछे फूड पोजियनिंग बताई जा रही है। रविवार रात में बच्चों ने छोला-पूड़ी खाया, उसके बाद कुछ बच्चों ने उल्टी, दस्त, पेट दर्द, चक्कर व कंपकंपी की शिकायत की। 90 में से 50 छात्रों को ज्यादा तकलीफ़ के चलते मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।

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