संपादक, न्यूज़NORTH
IAS Preeti Sudan Appointed As New UPSC Chairman: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) में नए अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गई है। साल 1983 बैच की आईएएस अधिकारी और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को यूपीएससी का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रीति सूदन इस पद पर मनोज सोनी की जगह लेंगी और खबर है कि वह 1 अगस्त से अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी।
आपको बता दें, कुछ ही समय पहले संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे मनोज सोनी ने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया था, इस्तीफ़े को लेकर उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था। ऐसे में अब प्रति सूदन प्रतिष्ठित संस्थान की जिम्मेदारी सम्भालेंगी।
Preeti Sudan Appointed As New UPSC Chairman
दिलचस्प यह है कि आईएएस प्रति सूदन साल 2022 से यूपीएससी की सदस्य हैं। लेकिन चेयरपर्सन के तौर पर IAS प्रीति सूदन की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर विवाद को लेकर खुद आयोग की छवि पर सवाल उठने लगे हैं। पहले जुलाई माह की शुरुआत में आयोग के वर्तमान अध्यक्ष मनोज सोनी द्वारा इस्तीफ़ा दिए जाने को भी पूजा खेडकर विवाद से जोड़ा गया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया था कि उन्होंने यह फैसला निजी कारणों के चलते लिया है।
1983 batch IAS officer Preeti Sudan will be the new UPSC Chairperson, with effect from 1st August 2024. pic.twitter.com/t6Ylfr4BOP
— ANI (@ANI) July 31, 2024
गौर करने वाली बात ये है कि बतौर अध्यक्ष मनोज सोनी का कार्यकाल मई 2029 में खत्म होना था। लेकिन उन्होंने लगभग 5 साल पहले ही पद छोड़ने का निर्णय ले लिया। इस बीच बात प्रति सूदन की करें तो वह आंध्र प्रदेश कैडर की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी है।
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उनका कार्यकाल जुलाई 2020 में बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप समाप्त हुआ था। नौकरी के दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से लेकर रक्षा मंत्रालय जैसे देश के प्रमुख मंत्रालयो में भी अपनी सेवाएं दी। इतना ही नहीं बल्कि अपने कैडर राज्य यानी आंध्र प्रदेश में वह वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि प्रभारी के तौर पर भी काम कर चुकी हैं।
प्रति सूदन के पास वर्ल्ड बैंक के लिए सलहाकार के रूप में काम करने का भी अनुभव है। लेकिन सामने आ रही ख़बरों के अनुसार, प्रति सूदन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और ‘आयुष्मान भारत’ जैसी पहल में अहम रोल अदा करना भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने केंद्र सरकार की इन कुछ पहलों की शुरुआत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।