संपादक, न्यूज़NORTH
Cloud Burst In Manali: हिमाचल प्रदेश में कुल्लू की पर्यटन नगरी कहे जाने वाले मनाली में बुधवार की आधी रात को बादल फटने से अंजनी महादेव नदी समेत आखरी नाले आदि में भीषण बाढ़ की स्थिति बन गई है। इस घटना के चलते आसपास के कुछ गाँवो जैसे पलचान, रुआड और कुलंग आदि भी प्रभावित हुए हैं और बाढ़ के चलते भारी तबाही की खबरें भी सामने आ रही हैं। इस बाढ़ में कुछ घर पूरी तरह से बह गए, जबकि कुछ घरों बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, सोलंग के अंजनी महादेव में रात के समय बादल फटने की घटना दर्ज की गई। इसका असर यह हुआ कि पहाड़ों व आसपास से भारी मलबा पूरी तरह सड़कों पर फैल गया और मनाली-लेह सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। जाहिर है ऐसे में सड़क के दोनों ओर तमाम गाड़ियां व लोग फँस गए। खबर है पलचान व सोलंग के समीप स्नो गैलरी में मलबा आ जाने के चलते मार्ग बन्द हो गया है।
Cloud Burst In Manali
इस तरह अचानक बादल फटने की वजह से सड़क बंद हो जाने से एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। वैसे आधी रात बादल फटने व बाढ़ आने से सूचना मिलते ही प्रशासन, व राहत बचाव दल के कई कर्मचारी मौके पर पहुंच चुके हैं। फिलहाल लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाते हुए, राहत बचाव कार्य किया जा रहा है।
इतना हीन हीन बल्कि आसपास के अन्य इलाक़ों के लोगों को भी सतर्क कर दिया गया है। संबंधित प्रशासन की टीमें सड़क मार्ग को भी पुनः खोलने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए, मार्ग दोपहर के पहले तक खोलना कठिन होगा। हालाँकि बीआरओ की टीम भी मौके पर मौजूद है।
इतना ही नहीं बल्कि बाढ़ की वजह से क्षेत्र में स्थित पुल और पावर प्रोजेक्ट को भी काफी नुक़सान हुआ है। असल में बाढ़ का बहाव इतना तेज रहा कि बड़ी-बड़ी चट्टानें नाले में बहकर पलचान पुल तक जा पहुंची। इसके साथ ही पावर प्रोजेक्ट के भवन को भी नुकसान पहुँचा है।
हिमाचल प्रदेश
मनाली में आधी रात बादल फटने से व्यास, अंजनी महादेव नदी तथा आखरी नाले में बाढ़ आ गई। सड़क का एक हिस्सा बह गया। बाढ़ आने से पलचान, रुआड व कुलंग गांव में अफरा तफरी मच गई। नदी से आ रही भयंकर आवाज से लोग सहम गए। बाढ़ से पलचान में दो घर बह गए हैं जबकि एक घर को आंशिक… pic.twitter.com/5I1PyWcA0d— Gyan Prakash (COMMON MAN) (@Live_Gyan) July 25, 2024
घरों में रह रहे लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए, लेकिन उनके घर बाढ़ की चपेट में आ गए। प्रशासन राहत बचाव कार्य के साथ ही साथ इस प्राकृतिक घटना के चलते हुए नुकसान का भी आंकलन कर रहा है।