officers suspended in Hathras Satsang accident: हाथरस सत्संग में हुए हादसे में आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब प्रशासनिक स्तर में लापवाही बरतने वाले अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई की है।
मिली जानकारी के अनुसार, हादसे की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी ने प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही के बाद आयोजकों को हादसे का मुख्य दोषी पाया है, वही जांच में स्थानीय स्तर में प्रशासनिक लापरवाही की बात भी सामने आई है। अब एसआईटी की संस्तुति में ऐसे अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई की गई है।
अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में लापरवाही बरतने और गंभीरता से न लेने के आरोप में उप जिला मजिस्ट्रेट सिकंदराराऊ, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिकंदराराऊ, थानाध्यक्ष सिकंदराराऊ, तहसीलदार सिकंदराराऊ, चौकी प्रभारी कचौरा एवं चौकी प्रभारी पोरा को शासन ने सस्पेंड किया।
क्या हुआ था हाथरस सत्संग में?
जनपद हाथरस के सिकन्दराराऊ में बीते 2 जुलाई को सत्संग के दौरान घटित हादसे के तत्काल बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 2, 3 और 5 जुलाई को घटना स्थल का निरीक्षण किया था। घटना स्थल में पहुंचकर जांच टीम ने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के अनुसार बनाई गई रिपोर्ट में ये पाया कि, हादसे के मुख्य दोषी आयोजनकर्ता थे, आयोजन की अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। वही दुसरी ओर स्थानीय प्रशासन ने कार्यक्रम को लेकर लापरवाही बरती।
जांच रिपोर्ट में कहा गया कि, आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली। अनुमति के लिए लागू शर्तों का अनुपालन नहीं किया गया। इसके साथ ही आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति ली।
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घटना के संबंध में प्रकाशित समाचार की प्रतियां, स्थलीय वीडियोग्राफी, छायाचित्र, वीडियो क्लिपिंग का संज्ञान लिया गया। जिसके आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की गई, जिसमे कहा गया कि, हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इंकार नहीं किया जा सकता और इसकी और अधिक गहन जांच (officers suspended in Hathras Satsang accident) की जरूरत है।