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NEET पेपर लीक मामले में कार्यवाई शुरू, 3 सरकारी कर्मचारी निलंबित

NEET पेपर लीक मामले में कार्यवाई शुरू, 3 सरकारी कर्मचारी निलंबित

  • NEET 2024 पेपर लीक को लेकर शुरू हुआ एक्शन
  • 2 इंजीनियर समेत 3 कर्मचारियों को किया गया सस्पेंड
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NEET Paper Leak: हाल में ही यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होने के बीच अब नीट पेपर लीक का मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है। और अब NEET में कथित पेपर लीक के आरोपों को लेकर बिहार सरकार ने कार्यवाई शुरू कर दी है। असल में परीक्षा में धांधली को लेकर चल रही जांच के बीच बिहार सरकार ने अपने 3 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है।

जी हाँ! सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, NEET परीक्षा मामले के तहत की गई इस कार्यवाई में बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग से संबंधित तीन कर्मचारियों पर गाज गिरी है। इन तीनों पर NEET पेपर लीक मामले के एक आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने का आरोप है।

NEET Paper Leak

बिहार सरकार की ओर से सिकंदर के लिए ठहरने की व्यवस्था करने के चलते दो अभियंताओं और एक क्लर्क को निलंबित कर दिया गया है। जिन तीन सरकारी कर्मचारियों पर कार्यवाई की गई है, उसमें सुपरिटेंडेंट इंजीनियर उमेश राय, असिस्टेंट इंजीनियर धर्मेन्द्र कुमार धर्मकांत और कार्यालय कर्मी प्रदीप का नाम शामिल बताया जा रहा है।

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बताते चलें कि NEET परीक्षा में धांधली व पेपर लीक के आरोपों को लेकर पुलिस ने सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को अरेस्ट किया है। सिकंदर पटना के दानापुर नगर परिषद में बतौर जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात है। सिकंदर को लेकर पुलिस द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, उसने अपने भतीजे और नीट अभ्यर्थी अनुराग यादव के नाम से गेस्ट हाउस का रूम की बुकिंग की थी।

असल में इस मामले में पुलिस ने अनुराग यादव नामक शख़्स को भी गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। सिकंदर पर गेस्ट हाउस में परीक्षार्थियों को रखवाने और गैंग की मदद से पेपर रटवाने की पूरी योजना बनाने का रोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनुराग यादव ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि सिकंदर रिश्ते में उसके फूफा हैं। और सिकंदर ही उसे गेस्ट हाउस लेकर पहुंचे थे और वहां रात भर पेपर रटवाया था, और 100% वही पेपर अगले दिन NEET परीक्षा में भी देखनें को मिला था।

क्यों उठ रहा तेजस्वी यादव का नाम?

असल में इस संबंध में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि निरीक्षण भवन की बुकिंग पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पीएस और बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रीतम कुमार के पत्र पर की गई थी। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी कल से ही NEET परीक्षा के साथ तेजस्वी यादव का नाम भी दिख रहा है। इस बीच माना जा रहा है कि NEET मामले में एसआईटी जल्द प्रीतम कुमार से पूछताछ कर सकती है।

बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने यह दावा किया है कि तेजस्वी यादव के पीएम प्रीतम ने ही गेस्ट हाउस के कर्मचारी प्रदीप के जरिए मास्टरमाइंड सिकंदर के लिए कमरा बुक करवाया था। उपमुख्यमंत्री ने कुछ दस्तावेज पेश करते हुए कहा:

“गेस्ट हाउस में जिन लोगों को पकड़ा गया है, वो सभी प्रीतम से जुड़े हुए हैं और प्रीतम पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पीएस हैं। प्रीतम ने ही दबाव डालकर गेस्ट हाउस की बुकिंग कराई थी। पहले प्रीतम के फोन को गंभीरता से नहीं लिया गया था। गेस्ट हाउस में रुकने के लिए आवंटन पत्र भी नहीं दिया गया था, लेकिन ये तमाम लोग वहां पर रुके थे। ऐसे में अब इसको लेकर विभागीय कार्रवाई की जा रही है।”

बता दें NEET पेपर लीक मामले में लालू यादव के बेटे और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार यादव की भूमिका पर सवाल उठने ही राज्य भर में सियासी गहमागहमी भी शुरू हो गई है। वैसे यह भी कहा जा रहा है कि प्रीतम, सिकंदर और अनुराग आपस में रिश्तेदार हैं। हालाँकि इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस जांच में जल्द सच सामने आने की उम्मीद है।

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