संपादक, न्यूज़NORTH
Apple 110 Billion Dollar Stock Historically Buyback: टेक दिग्गज Apple के शेयर्स की कीमतों में अचानक उछाल देखनें को मिलने लगा है। और इसके पीछे का कारण है कंपनी द्वारा की गई एक बड़ी घोषणा। असल में Apple ने हाल में जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही की राजस्व रिपोर्ट पेश की, जिसमें कंपनी ने मजबूत बिक्री दर्ज की है। इतना ही नहीं बल्कि आगामी तिमाही में भी कंपनी को इससे अधिक बढ़त की उम्मीद है। असल में मार्च 2024 तिमाही में कंपनी के राजस्व में 4.3% की गिरावट ज़रूर रही लेकिन $90.8 बिलियन के आँकड़े के साथ विश्लेषकों द्वारा अनुमानित $90.3 बिलियन से अधिक ही रहा।
लेकिन इसी दौरान अब Apple की ओर से $110 बिलियन के शेयर बायबैक प्लान का भी ऐलान किया गया। दिलचस्प रूप से यह अमेरिका के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा शेयर बायबैक होने वाला है। अपने ही शेयर्स को वापस ख़रीदने की इस योजना के साथ Apple ने खुद के ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। कंपनी के इस ऐलान के बाद से ही निवेशकों में भी उत्साह देखनें को मिल रहा है और कंपनी के शेयर्स की पूछ और अधिक बढ़ती नजर आ रही है।
Apple 110 Billion Dollar Stock Historically Buyback:
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी मानी जाने वाली Apple ने इसके पहले साल 2018 में लगभग $100 बिलियन के शेयर बायबैक कोआ अंजाम दिया था। और अब इस नई घोषणा के साथ कंपनी ने अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
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गौर करने वाली बात ये भी है कि अमेरिका के इतिहास में अब तक हुए टॉप 10 ‘शेयर बायबैक’ में से 6 Apple द्वारा ही किए गए जबकि 3 Google के नाम हैं। इतना ही नहीं शेयर बायबैक के इस प्लान के साथ ही Apple की ओर से 25 सेंट के डिविडेंड की भी घोषणा की गई है। इस लिहाज से डिविडेंड में 4% तक का इज़ाफ़ा कहा जा सकता है।
इस पर Apple Inc. के सीईओ टिम कुक का कहना है कि Apple ने इस तिमाही में मुनाफा दर्ज किया है, जिसके बाद कंपनी के शेयरहोल्डर्स को लाभांश देने का निर्णय लिया गया है। इन तमाम ऐलान के साथ ही Apple के शेयर अब तक लगभग 8% की बढ़त दर्ज कर चुके हैं।
क्या होता है शेयर बायबैक?
जैसा नाम से ही जाहिर है, ‘शेयर बायबैक’ से आशय है जब कोई कंपनी अपने ही शेयरों को वापस से ख़रीदे। उदाहरण के लिए मां लीजिए किसी कंपनी को मुनाफ़ा हो रहा है और उसके पास अच्छी ख़ासी नकद राशि उपलब्ध है। ऐसे में कंपनी सामान्यतः अपने निवेशकों को उनके निवेश की अधिक वैल्यू प्रदान करते हुए, उनके शेयर वापस ख़रीद लेती है।
इस तरह कंपनी एक निश्चित कीमत पर निवेश बाजार से वापस अपने शेयरों को निवेशकों से खरीदती है। इसी प्रक्रिया को ‘शेयर बायबैक’ का नाम दिया जाता है। इससे कंपनियों की मौजूदा शेयर क़ीमतों में अक्सर उछाल दर्ज किया जाता है।