Delhi-NCR action against e-rickshaw drivers: लोकसभा चुनावों के संपन्न होते ही दिल्ली में ई रिक्शा चालकों की शामत आने वाली है, मिली जानकारी के अनुसार आरटीओ विभाग राजधानी में बिना पंजीकरण, नियम विरुद्ध चलने वाली ई रिक्शा चालकों के ऊपर बड़ी कार्रवाई करने का मन बना चुका है, इसके लिए चुनाव संपन्न होते ही गैरकानूनी तरीके से चल रहे ई रिक्शा चालकों के खिलाफ़ अभियान की शुरुआत की जायेगी।
हिंदुस्तान ने इस संबंध में एक रिपोर्ट में कहा है कि दिल्ली में चल से 2000 से अधिक ई रिक्शा सड़को में चलने लायक स्थिति में नहीं है, चुंकि ई रिक्शा की मानक उम्र 4 से 5 वर्ष की निर्धारित की गई है, वर्तमान में दिल्ली में ऐसे कई ई रिक्शा सड़को में दौड़ रहे है जिनका पंजीयन स्वत रद्द हो चुका हैं।
ऑटो से अधिक ई रिक्शा पंजीकृत
दिल्ली की सड़को में ई रिक्शा की सवारी इस कदर लोकप्रिय है, या इसके उपयोगकर्ता की संख्या इतनी अधिक है कि दिल्ली में ऑटो से अधिक ई रिक्शा ने परिवहन विभाग में पंजीयन करवाया है, रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 20 हजार ई रिक्शे पंजीकृत है तो वही ऑटो की संख्या सिर्फ़ 19 हजार ही हैं।
बिना पंजीयन के ई रिक्शों को किया जायेगा जब्त
दिल्ली की सड़को में ई रिक्शा की संख्या इस कदर हावी हो गई है, कि सड़को में नियमों का अनदेखा करने के चलते सड़को में हादसे को बढ़ाया है, रिक्शे में अधिकतम 4 सवारी को बैठाए जाने की अनुमति मिली है, लेकिन चालक इसमें अनुमति से अधिक संख्या में सवारी को बैठा लेते है, इसके अलावा पंजीकरण नंबर वाले ई रिक्शों को वैधता प्रदान की गई है बिना पंजीकृत (Delhi-NCR action against e-rickshaw drivers) ई रिक्शा मानकों के अनुरूप नहीं होते है, ऐसे रिक्शों में परिवहन विभाग की कार्रवाई का डंडा चलाया जाने वाला हैं, मिली जानकारी के अनुसार ई रिक्शा चालकों के डाइविंग लाइसेंस को लेकर भी अब सख्ती परिवहन विभाग दिखाने वाला है।
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गौरतलब हो, परिवहन विभाग राजधानी में चल से ई रिक्शों को सभी ट्रैफिक नियमों के अनुरूप चलाए जाने की हिदायत दे चुका है, फिर भी अब कोई इन नियमों को अनदेखा करते हुए राजधानी की सड़को में ई रिक्शा दौड़ाते हुए पाया जायेगा तो उनके खिलाफ़ लोकसभा चुनावों के बाद कड़ी कार्रवाई का मन परिवहन विभाग बना चुका हैं।