18 Naxalites killed in Chhattisgarh:छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों और सेना के जवानों के बीच बड़ी मुठभेड़ की ख़बर समाने आई है, जहा सेना के जवानों ने 18 नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सलियों की बॉडी को भी बरामद कर लिया गया है। हालांकि इस दौरान तीन जवान के घायल होने की भी खबर है, इसमें एक इंस्पेक्टर के पैरों में गोली लगने की बात निकलकर आई है। घायल सुरक्षकर्मियो के उपचार के लिए के लिए आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, कांकेर जिले के थाना छोटेबेटिया क्षेत्रांतर्गत बिनागुंडा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल (थाना छोटेबेटिया लगभग 14-15 किमी) में डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ के दौरान एक ₹25 लाख के इनामी नक्सली कमांडर शंकर राव के मारे जाने की बात भी कही जा रही है। मारे गए नक्सलियों के पास से सात AK 47 और तीन LMG हथियार और इंसास राइफल की बरामदगी भी की गई है।
राज्य में नक्सली संगठन के ऊपर निरंतर कार्रवाई
छत्तीसगढ़ राज्य का एक इलाका काफ़ी अधिक नक्सली आतंक से प्रभावित रहा है, ऐसे में सरकार की कोशिश रही है कि वह क्षेत्र से इस लाल आतंक को पूरी तरह से ख़त्म कर दे, इसी क्रम में निरंतर हो रही कार्रवाई से बीते दिनों में 25 फरवरी को हूरतराई के जंगल में नक्सली एनकाउंटर में तीन नक्सली मारे गए थे। तीन मार्च को भी छोटे बेठिया के हिदूर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक नक्सली मार गिराया गया था। इसी प्रकार 10 दिनों पूर्व (18 Naxalites killed in Chhattisgarh) बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में हुए मुठभेड़ में पुलिस ने 13 नक्सलियों को मार गिराया था। यही नहीं लगभग इतनी ही संख्या में नक्सली बुरी तरह घायल हुए थे।
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सुरक्षा बलों की सुरक्षित चुनाव सम्पन्न करवाना चुनौती
छत्तीसगढ़ का बस्तर एक ऐसा क्षेत्र है जहा हमेशा से ही नक्सलियों के द्वारा सुरक्षाबलों को चुनौती मिली है, 19 अप्रैल को बस्तर में आम लोकसभा चुनावों की वोटिंग सम्पन्न की जानी है, ऐसे में नक्सली संगठनों में सुरक्षाबल की यह कार्रवाई उनकी कमर तोड़ने का काम करेंगी। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन यह शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने के लिए तैयारी में जुटा हुआ है। बस्तर के आईजी सुंदरराज पी के अनुसार हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान दलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में बनाए गए मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा भी कई प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी काम चल रहा हैं।