Remove Bournvita from ‘health drink’ category: बच्चों को स्टेमिना और हेल्थ ग्रोथ करने का दावा करने वाली बोर्नविटा सहित 100 से अधिक कंपनियों के ऐसे ही सभी उत्पाद को लेकर सरकार की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है।
नोटिफिकेशन में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि, ई-कॉमर्स कंपनियों अपनी वेबसाइट और प्लेटफॉर्म से बोर्नविटा सहित सभी पेय पदार्थों को ‘हेल्थ ड्रिंक’ की कैटेगरी से हटा दें।
मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार, कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स एक्ट के तहत बनी समिति एनसीपीसीआर (NCPCR) ने अपनी जांच के बाद निर्देश दिया है कि FSA एक्ट के तहत ‘हेल्थ पेय डेफिनेशन नहीं है।’
इस कारण सभी ईकॉमर्स कंपनियों और पोर्टल को बॉर्नवीटा समेत सभी तरह के ड्रिंक एवं बेवरेजेस को हेल्थ ड्रिंक कैटेगरी से हटाना होगा।
FSSAI भी दे चुका हिदायत
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) इसी से जुड़े मामले में सभी ई-कॉमर्स कंपनियों को निर्देश दिया था कि वो अपने वेबसाइट पर बेचे जाने वाले खाद्य पदार्थ को सही कैटेगरी में रखें, हेल्थ और एनर्जी ड्रिंक के नाम में उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाले शब्दो से बचने की सलाह दी थी। इसके अलावा सभी खाद्य पदार्थों को उचित वर्गीकरण सूची के आधार तय करने के लिए भी कहा गया था।
बॉर्नविटा में शुगर की मात्रा अधिक
मोंडेलेज इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड जो बॉर्नविटा को बनाती है, उसे राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की तरफ से एक नोटिस जारी करते हुए कंपनी से प्रोडक्ट के सभी भ्रामक विज्ञापनों, पैकेजिंग और लेबल की समीक्षा करके (Remove Bournvita from ‘health drink’ category) उसे जल्द ठीक करने की बात कही गई थी, बॉर्नविटा में शुगर की मात्रा अधिक और बच्चों की स्वास्थ्य में नुकसान पहुंचाने वाले तत्व की बात निकली थी।
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गौरतलब हो, भारत में एनर्जी ड्रिंक और स्पोर्ट्स ड्रिंक के मार्केट का साइज 4.7 बिलियन डॉलर, ये साल 2028 तक इसके 5.71% की CAGR ग्रोथ के साथ इसके बढ़ने की उम्मीद है।